– पन्ना से लाई गई मादा बाघ को भी खुले जंगल में छोड़ा गया
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान में पन्ना से लाई गई बाघिन को भी बाड़े से निकाल कर बाहर खुले जंगल में छोड़ दिया गया है। शनिवार को यहां पर मादा टाइगर को बाड़े से खुले क्षेत्र में छोड़ा गया। माधव राष्ट्रीय उद्यान के संचालक एवं मुख्य वन संरक्षक सिंह परियोजना शिवपुरी ने बताया कि माधव राष्ट्रीय उद्यान में दो मादा एवं एक नर बाघ अन्य टाइगर रिजर्व से पुर्नस्थापित किए गए हंै। शनिवार को सांय 4.15 बजे मादा टाइगर को बाड़े से बाहर खुले वनक्षेत्र में छोड़ दिया गया है। खुले वनक्षेत्र में फील्ड स्टाफ द्वारा टाइगर ट्रेकिंग भी लगातार की जा रही है। माधव राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों ने बताया कि अब यह टाईगर यहां पर बनाए गए बाड़े से निकलकर खुले जंगल में घूमेंगे। इन पर नजर रखने के लिए अधिकारियों ने ट्रैकिंग सिस्टम बना रखा है। तीनों टाईगरों के गले में ट्रैकिंग कलर आईडी है जिससे इन पर नजर रखी जाए सकेगा।
कुनबे को बढ़ाना की योजना-
नेशनल पार्क में माधव नेशनल पार्क में बाघ पुर्नस्थाना परियोजना के तहत पहले चरण में 3 बाघ लाए गए हैं। इनमें दो माधा बाघ हैं जबकि एक नर बाघ है। मप्र के विभिन्न स्थानों से यहां पर इन्हें लाया गया है। अब इन तीनों बाघों को माधव राष्ट्रीय उद्यान के खुले जंगलों में छोड़ दिया गया है। खुले जंगल में छोड़ जाने के पीछे अब इनके कुनबे को बढ़ाना की योजना है।
अब रहेंगे खुले जंगल में-
माधव राष्ट्रीय उद्यान में दो टाइगर पूर्व से ही खुले जंगल में छोड़े जा चुके हैं। 10 मार्च को यहां पर बाघ पुनर्स्थापना के पहले चरण में तीन बाघ लाए गए थे जिसमें 10 मार्च को बाड़े में दो टाइगर लाए गए। इन दो टाईगरों को यहां पर बाड़े में सीएम शिवराज सिंह चौहान व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ा था। इसके बाद में एक माधा बाघिन को यहां पर और लाया गया था। इस तरह से बाड़े में तीन टाईगर रखे गए धीरे-धीरे इन तीनों टाइगर को बाड़े से खुले जंगल में छोड़ दिया गया है।