पहले पीएम मोदी से बात की अब राष्ट्रपति से मिलने का मिला मौका, जानिए शिवपुरी की विद्या आदिवासी की पूरी कहानी
– डेढ़ महीने में दो प्रमुख हस्तियों से मिलने का मौका मिला शिवपुरी की सहरिया जाति की आदिवासी महिला को
– विद्या आदिवासी ने बताया कि हम पहले अपने गांव से शिवपुरी शहर तक नहीं आ पाते थे लेकिन पीएम मोदी के कारण अब दिल्ली जाने का मिला मौका
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
पूरे देश में 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जा रहा है लेकिन इसी बीच शिवपुरी की एक महिला विद्या आदिवासी ऐसी महिला है जिसे डेढ़ महीने के अंतराल में देश की दो प्रमुख हस्तियों से मुलाकात करने का मौका मिला है। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विद्या आदिवासी ने 15 जनवरी को डायरेक्ट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। इसके बाद अब दिल्ली में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू से मिलने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा विद्या आदिवासी अपनी समूह की अन्य महिलाओं के साथ महिला दिवस पर दिल्ली स्थित अमृत उद्यान भी घूमेंगी। शिवपुरी की विद्या आदिवासी के साथ ग्रामीण आजीविका समूह की 50 अन्य महिलाओं को भी एक बस से शिवपुरी से दिल्ली भेजा गया है जो दिल्ली पहुंचकर राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू से मुलाकात करेंगी। इसके अलावा अमृत उद्यान को घूमेंगी। मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन की समूह से जुड़ी हुई महिलाओं को राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए और अमृत उद्यान घूमने के लिए भेजा गया है। इसी दल में शिवपुरी की विद्या आदिवासी भी शामिल हैं।
विद्या आदिवासी ने पीएम मोदी से की थी सीधी बात, बताया था अब आवास बनने से सिर पर नहीं पड़ते ओले–
शिवपुरी जिले की विद्या आदिवासी ने 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की थी। इस दौरान पीएम जन मन योजना के अंतर्गत शिवपुरी जिले के हातोद ग्राम पंचायत में यह कार्यक्रम रखा गया था जिसमें प्रधानमंत्री ने शिवपुरी जिले के सहरिया आदिवासियों से सीधा संवाद किया था। इसी दौरान दो चिन्हित महिलाओं से भी बातचीत की गई थी उसमें से एक महिला विद्या आदिवासी ने अपना पीएम आवास बनाने के बाद पूरी कहानी पीएम मोदी को सुनाई थी। जिसमें विद्या आदिवासी ने बताया था कि पहले उनका घर कच्चा था और छत नहीं थी तो जब ओले गिरते थे तो वह सिर पर थाली लगा लेती थी क्योंकि सिर पर सीधे ओले गिरते थे लेकिन अब पक्का आवास बन गया है अब उन्हें इस तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। अपनी जीवनचर्या में विभिन्न योजनाओं के जरिए किस तरह से परिवर्तन आया है इसके बारे में भी विद्या आदिवासी ने पीएम मोदी को पूरी जानकारी दी थी।
हम अपने गांव से शिवपुरी शहर तक नहीं आ पाते थे लेकिन अब दिल्ली जाने का मिल रहा है मौका-
शिवपुरी से दिल्ली रवाना होते वक्त विद्या आदिवासी ने बताया कि वह शिवपुरी की हातोद ग्राम पंचायत में रहती है और यहां से 15 किलोमीटर दूर शिवपुरी शहर भी वह नहीं जा पाती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी जी के माध्यम से दिल्ली घूमने का मौका मिल रहा है जिसमें राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू से भी उनकी मुलाकात होगी। क्योंकि द्रौपदी मुर्मू भी उनकी आदिवासी समाज से ही जुड़ी हुई महिला हैं। विद्या आदिवासी ने बताया कि उन्हें शिवपुरी से दिल्ली जाने में अच्छा लग रहा है और समूह की अन्य महिलाएं भी दिल्ली जाने से खुश हैं।