– खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को स्वयं दूसरे खेमे के घर जाकर मनाना पड़ा, तब जाकर बनी बात
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा के दो गुटों को मनाने के लिए बीती रात को वरिष्ठ नेताओं के बीच मंथन चलता रहा। इस बीच दोनों गुटों में सहमति के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद निर्विरोध रूप से भाजपा के खाते में गया है। नपा अध्यक्ष के रूप में भाजपा की गायत्री शर्मा निर्वाचित हुई हैं। ये यशोधरा राजे खेमे से आती हैं जबकि नरेंद्र सिंह तोमर और संगठन ग्रुप से उपाध्यक्ष पद पर सरोज रामजी व्यास निर्विरोध रूप से निर्वाचित हुई हैं। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर भाजपा दो गुट में बंट गई थी।भाजपा के 22 पार्षद निर्वाचित हुए थे इसके बाद भी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही थी। यशोधरा गुट से दीप्ति भानु दुबे का नाम आगे बढ़ाया गया था लेकिन दूसरा गुट जो तोमर और संगठन ग्रुप से जुड़ा हुआ है उन्होंने सरोज रामजी व्यास का नाम आगे किया था। अधिकतर पार्षद सरोज रामजी व्यास के पक्ष में थे और कुछ निर्दलीय व कांग्रेसियों का समर्थन भी इन्हें प्राप्त था इसलिए इनका पलड़ा भारी माना जा रहा था लेकिन बाद में यशोधरा समर्थक और तोमर व संगठन नेताओं के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए भोपाल से सीएम शिवराज सिंह सहित प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा को पहल करनी पड़ी। दोनों गुटों में सामंजस्य बिठाने के लिए अध्यक्ष के रूप में नया नाम सामने आया जिसमें यशोधरा खेमे से गायत्री शर्मा का नया नाम सामने लाया गया और गायत्री शर्मा को अध्यक्ष के रूप में पार्टी ने अपना मैंडेट दे दिया। वहीं दूसरी ओर दूसरे गुट के अध्यक्ष पद की दावेदार कर रहीं सरोज रामजी व्यास को उपाध्यक्ष बनाने पर सहमति दी गई और उनको भी मेंडेड दिया गया। इस तरह से आपसी सहमति के आधार पर दोनों गुटों में सामंजस्य बिठाकर निर्विरोध निर्वाचन संपन्न हो गया।
मनाने के लिए दूसरे गुट के घर जाना पड़ा खेल मंत्री को-
बताया जाता है कि खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अपने ही खेमे के किसी व्यक्ति को नगर पालिका अध्यक्ष निर्वाचित कराना चाहती थी लेकिन पार्टी के दो गुट में आपस में सामंजस्य नहीं बैठ पा रहा था । बाद में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे तोमर व संगठन ग्रुप से जुड़े रामजी व्यास के घर पर जाना पड़ा । रामजी व्यास अपनी पत्नी सरोज व्यास को नगर पालिका अध्यक्ष पद पर बिठाना चाहते थे और उन्होंने निर्धारित संख्या में पार्षद भी जोड़ लिए थे लेकिन वहीं दूसरी ओर अपने शिवपुरी विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाली नगर पालिका अध्यक्ष पद पर खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अपने ही किसी खास व्यक्ति को नपा अध्यक्ष बनाना चाहती थीं। खेल मंत्री देर रात को रामजी व्यास के पुरानी शिवपुरी में स्थित घर पर स्वयं पहुंची और उन्हें मनाने का प्रयास किया गया।बाद में बात नहीं बनी लेकिन फिर भोपाल से सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीडी शर्मा ने रामजी व्यास से बात की। इसके बाद दोनों ही गुटों में सामंजस्य बनाते हुए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर सहमति बन गई। अध्यक्ष पद पर यशोधरा खेमे से नया नाम गायत्री शर्मा का सामने आया और उपाध्यक्ष पद पर रामजी व्यास की पत्नी सरोज रामजी व्यास के नाम पर सहमति बनी।
खेल मंत्री की मैं हमेशा ऋणी रहूंगी- गायत्री शर्मा
नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने अपने निर्वाचन के बाद पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मुझे इस पद पर पहुंचाने में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की कृपा रही है। मैं उनकी हमेशा ऋणी रहूंगी और शिवपुरी के विकास का जो विजन खेल मंत्री का रहा है उस पर मैं खरी उतरने का प्रयास करूंगी। उन्होंने कहा कि मैं समाज सेवा के क्षेत्र में कार्यरत रहीं हूं और शहर के बुजुर्ग महिला व पुरुषों को मदद दिलाना और दिव्यांगों की मदद करना। गरीबों को योजना का लाभ दिलाना मेरा मकसद होगा।
पीड़ा तो है लेकिन पार्टी के बड़े नेताओं का आदेश मानना पड़ा- सरोज रामजी व्यास
शिवपुरी नगर पालिका उपाध्यक्ष के लिए भाजपा की सरोज रामजी व्यास निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। इस निर्वाचन के बाद जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आपकी अध्यक्ष पद के लिए दावेदार थी लेकिन आपको उपाध्यक्ष बनाया गया है तो उन्होंने कहा कि पीड़ा तो है लेकिन पार्टी के बड़े नेताओं का आदेश मानना पड़ा है। उपाध्यक्ष बनाए जाने पर उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व व वरिष्ठ नेताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने शिवपुरी के विकास के लिए पूरी मेहनत से काम करने की बात कही।