गांव में पानी की कमी:नदी के पानी से हो रही सिंचाई
धीरज जॉनसन दमोह
मप्र के दमोह जिले के कुएं,तालाब और हैंडपंप में पानी की लगातार कमी होती जा रही है ग्रामीण अंचलों में स्थिति ज्यादा विकट है हैंडपंप में पानी कम हो जाने के कारण कुओं पर निर्भरता बढ़ गई है।
शहर से लगभग 18 किमी दूर रंजरा मैली ग्राम में भी पानी की कमी है गांव के हैंडपंप में पानी कम बचा है और लोगों को कुओं पर पानी भरने जाना पड़ता है। गांव के बलिराम,सेवक,दीपिका,सुधा ने बताया कि कुएं से ही पानी भरना पड़ता है और कोई व्यवस्था नहीं है। यहां के कुएं पर पनघट भी नही है और लोगों को झुककर पानी भरना पड़ता है जो एक जोखिम वाला कार्य भी है।यहां के सचिव फूल सिंह का कहना था कि पानी की व्यवस्था नहीं है कुएं का पानी खत्म हो जाएगा तो पानी के टैंकर बुलवाएँगे।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पास में ही ब्यारमा नदी है जिससे किसान सिंचाई की मोटर लगाकर खेतो में पानी दे रहे है जिससे नदी का पानी भी खत्म होता जा रहा है जब नदी का जायजा लिया तो वहां सिंचाई की मोटर और पाइप काफी संख्या में दिखाई दिए।
इसी तरह शहर से समीप के ग्राम जमुनिया हजारी में भी पानी की कमी देखी गई लोग कुएं से पानी भरते दिखाई दिए, खास यह कि यहां एक तालाब है जो पुराने समय से निजी भी माना जाता रहा है उसके गंदे पानी से महिलाएं कपड़े धो रही थी,घाट न होने के कारण जिस स्थान पर वे बैठी थी वह लकड़ी का हिस्सा था तालाब के बाहरी ओर एक महिला बैठी हुई थी जब उससे पूछा गया कि वह क्यों बैठी है तो उसने कहा कि कपड़े धोने के लिए अन्य स्थान नहीं है इसलिये अपनी बारी का इंतजार कर रहे है।
साफ पानी की कमी होने से ग्रामीणों को गंदे पानी से ही कपड़े धोने पड़ते है। यहां के सचिव महाराज सिंह का कहना था कि नल जल योजना नहीं है हैंडपंप का जलस्तर कम है पर कुंओ में पानी रहता है।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन