रतलाम। बच्चे के दो सिर और तीन हाथ हैं। जन्म के कुछ घंटों बाद ही नवजात की स्थिति को देखते हुए उसे इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती किया गया है।
अस्पताल में बच्चे को सीनियर डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। जबकि प्रसूता फिलहाल रतलाम जिला अस्पताल में ही भर्ती है।
डॉक्टर ने बताया साइंस का चमत्कारडॉक्टर्स ने दो सिर और तीन हाथ वाले बच्चों को करोड़ों में एक केस मानते हुए इसे साइंस का चमत्कार कहा है। विज्ञान की भाषा में इस तरह की स्थिति को पोलीसेफली कंडीशन कहा जाता है।
सोनोग्राफी में दिखे थे जुड़वा बच्चे
बच्चे के पिता सोहेल खान ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान जब डॉक्टर्स ने बच्चे की स्थिति जांचने के लिए सोनोग्राफी कराई थी तो जुड़वा बच्चे पैदा होने की बात कही थी, हालांकि तब पता नहीं था कि बच्चा ऐसा होगा। जावरा के नीमचौक में ऑटो चलाने वाले सोहेल और उनकी पत्नी शाहीन का ये पहला बच्चा है। फिलहाल वे बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वे भगवान से दुआ कर रहे हैं कि बच्चा बच जाए।
एक ही धड़ से जुड़े हैं दो सिर
नवजात के एक ही धड़ से दो सिर जुड़े हुए हैं। उसके तीन हाथ हैं। दो हाथ सामान्य जगह पर हैं जबकि एक हाथ सिर के पास से निकला है। बच्चे की स्थिति को लेकर डॉक्टर ने बताया कि एक भ्रूण से एक बच्चा बनता है। वहीं, जब दो भ्रूण से अलग हो जाता है, तो ट्विंस पैदा होते हैं, जब पूरी तरह भ्रूण अलग नहीं हो पाता तो उसे जॉइंट ट्विंस कहते हैं।
बता दें रतलाम में 2017 में भी इसी तरह का एक केस सामने आया था, जिसमें एक महिला ने दो सिर और तीन हाथ वाले बच्चे को जन्म दिया था। बच्चे का दिल, लिंग,फेफड़ा सब एक था सिर्फ सिर दो थे। जन्म के बाद से ही बच्चे की हालत गंभीर थी, जन्म के दो दिन बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया था