एक सीएमओ का तबादला ही नही हुआ दूसरा CMO का आदेश जारी हुआ
साँची रायसेन से देवेंद्र तिवारी
सांची को विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के अनुरूप इसे ढालने के सरकारें जद्दोजहद कर रही है परन्तु इस जद्दोजहद को पलीता इस नगर की नगर परिषद की प्रशासनिक व्यवस्था से लग रहा है जिस कारण पूरी तरह विकास तो थम कर रह गया बल्कि कार्यालय में समस्या सुनने वाला भी कोई नज़र नहीं आ रहा है ।
जानकारी के अनुसार साँची एक विश्व पर्यटक स्थल के रूप में विख्यात है यहां विकास का जामा पहनाने तथा इस स्थल के अनुरूप इसे ढालने की जद्दोजहद सरकारें लाखों करोड़ों रुपए आवंटित कर जुटी हुई है परन्तु इस नगर में विकास के घोड़े कागजों तक ही सिमट कर रह गए विकास धरातल से कौसो दूर दिखाई दे रहा है नगर को विभिन्न समस्याओं ने अपनी जकड में ले रखा है जन प्रतिनिधियों की परिषद को लगभग चार साल से अधिक का समय खत्म हुये गुजर चुका है तब से ही इस विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल की कमान प्रशासनिक अधिकारियों के हाथों में चल रही है तब प्रशासनिक अधिकारी अपनी मनमर्जी से इस नगर में अपने स्तर से कैसा विकास कर रहे हैं किसी से छिपा नहीं है जो लगातार चर्चित होता रहा है जबकि विकास के नाम पर लाखों रुपए की राशि खर्च तो हो रही है परन्तु यह विकास धरातल से कोसों दूर नज़र आ रही है जिसका खामियाजा नगर की जनता को भुगतना पड़ रहा है लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी नगर में न तो पेयजलापूर्ति ही संतोष जनक है न ही नगर में जलने वाली स्ट्रीट लाइट से भी लोगों को संतुष्टि ही मिल रही है इतना ही नहीं पानी निकासी न होने से लोगों को समस्या से जूझना पड़ रहा है वैसे तो स्वच्छता के नाम पर लाखों करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं बावजूद इसके इस ऐतिहासिक स्थल को गंदगी ने पूरी तरह अपनी जकड में ले रखा है जबकि लोगों को लगातार विभिन्न करो के रूप में अनाप शनाप राशि वसूल की जा रही है।
साँची में रिक्त पड़े सीएमओ के पद पर रायसेन सीएमओ आर डी शर्मा को जिम्मेदारी प्रभारी के रूप में सौंपी गई थी तभी शासन ने रायसेन में अतिरिक्त सीएमओ की पदस्थापना कर प्रभारी सीएमओ श्री शर्मा को इस स्थल की कमान स्थाई रूप से सौंप दी गई श्री शर्मा को बीते नवंबर मे कमान सौंपी गई थी अभी पांच माह ही गुज़रे थे कि सीएमओ नगर की वस्तुस्थिति से अवगत हो पाते हाल ही में नगरीय प्रशासन ने अपने विभाग के अधिकारियों के स्थानांतरण की सूची जारी कर दी जिसमें एक बार पुनः विदिशा के संपत्ति अधिकारी हरीश सोनी को मुख्य नगर पालिका अधिकारी के रूप में पदस्थ कर दिया तब पहले से पदस्थ सीएमओ का न तो कहीं स्थानांतरण ही किया जा सका न ही कहीं पदस्थ ही किया गया ऐसी स्थिति में इस विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल की कमान दोनों सीएमओ के बीच असमंजस की स्थिति में उलझ कर रह गई तथा दोनों ही सीएमओ नदारद हो गये जिससे समस्या भी उलझकर रह गई तथा विकास भी ठप्प पड़ गये तथा जनता अपनी समस्या को लेकर इधर उधर भटकने पर मजबूर हो गई ।
हालांकि भारी भरकम कर्मचारियों की फौज को भी मौज उड़ानें का मौका मिल गया इस दशा में इस विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल की कमान सम्हालने दो सीएमओ के बीच रस्साकसी चल रही है तब नगर में चलने वाले सभी कामो पर भी विराम लग चुका है इस सब कारनामे से शासन प्रशासन तो अनजान बन कर रह गया जिसका खामियाजा इस प्रसिद्ध स्थल के लोगों को भुगतना पड़ रहा है । वहीं परिषद के कर्मचारियों का मासिक भुगतान भी अटकने की स्थिति में पहुंच चुका है ।