सांसद डॉ.यादव ने कृषि विकास के लिए संसद में प्रस्तुत किया प्राइवेट मेंबर बिल
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
नई दिल्ली में चल रहे लोकसभा के मानसून सत्र में प्राइवेट मेंबर बिल प्रस्तुत करते हुए गुना- शिवपुरी सांसद डॉ.के.पी.यादव ने कृषि के विकास हेतु एवं कृषि क्षेत्र में नवीन अनुसंधान कार्य मे राष्ट्रीय महत्व के केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना संबंधी मांग रखी।
सांसद डॉ.के.पी.यादव ने कहा कि वह स्वयं कृषक है तथा कृषि की समस्याओं से भलीभांति परिचित है। हमारा देश कृषि प्रधान है तथा देश की आर्थिक व्यवस्था भी कृषि पर निर्भर है। मोदी सरकार किसानों की आय में वृद्धि के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मध्यप्रदेश कृषि के लिहाज से भौगोलिक रूप से उत्तम प्रदेश है जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार से अनेकों बार कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त हुआ है। वही मेरा मानना है कि, यदि कृषि क्षेत्र में अनुसंधान व सहबद्ध विज्ञान में अकादमिक अभिवृद्धि की जाए एवं एक राष्ट्रीय महत्त्व की संस्था के रूप में केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना मध्यप्रदेश में हो तो देश के किसानों को उन्नत कृषि करने में सहयोग प्राप्त होगा।
साथ ही कृषि को लाभ का धंधा बनाया जा सकता है। जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी एवं जिन छात्र को कृषि अनुसंधान कार्यों में दिलचस्वी है, वह इस संस्थान में भारतीय कृषि के सबंध में अपना अनुसंधान कार्य करकर देश के किसानों का उसका लाभ मिलेगा। साथ ही साथ प्रदेश को और प्रदेश के छात्रों को भी इसका लाभ मिलेगा। आज पूरे देश में सिर्फ तीन केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय है, और इस विधेयक के माध्यम से जो केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय बनेगा वह हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नये भारत की नींव पर बनेगा।