रिपोर्ट- धीरज जॉनसन,दमोह
दमोह। “बीड़ी पीकर खांस रहा है,मौत के आगे नाँच रहा है”, इस तरह के अनेकों नारे लगाते हुए गायत्री परिवार के सदस्यों ने अंतर्राष्ट्रीय तंबाखू निषेध दिवस पर शहर में एक वाहन रैली निकाली। सजे हुए वाहन ज्ञान रथ से माइक से नगर वासियो को संदेश देते हुए डॉ आलोक सोनवलकर ने नशे से होने वाले नुकसान को विस्तार से बताते हुए अपील की, कि जो नशा करते है उनका तो स्वास्थ, धन नष्ट होता ही है किन्तु घर के सदस्यों को भी कई तरह की मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ता है। वरिष्ठ साहित्यकार नरेंद्र दुबे ने कहा कि नशा एवं नाश में सिर्फ एक मात्रा का आगे पीछे हो जाना यह बताता है कि जो नशा है वास्तव में वो नाश की ओर ले जाता है। विदित है की गायत्री परिवार अनेक वर्षों से नशा मुक्ति रैली प्रतिवर्ष निकालकर शहर वासियों को जागरूक करने का कार्य कर रहे है।
इस रैली में सांसद प्रतिनिधि नरेंद्र बजाज,व्यापारी संघ अध्यक्ष संजय यादव, हरभजन लाल अरोरा मामाजी एग्रो,सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा, गोविंद सिंह बग्गा, दिलमीत सिंह खंडूजा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।गायत्री परिवार के पंकज हर्ष श्रीवास्तव ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि नशा खरीदने में पैसा खर्च होता है,फिर स्वास्थ्य खराब होने पर इलाज में पैसा खर्च होता है, जबकि यह पैसा अपने परिवार के सदस्यों की उत्तम शिक्षा, कोचिंग एवँ अच्छे रहन सहन पर खर्च होना चाहिये।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन