जल जीवन मिशन पर काम नहीं:गर्मी की शुरुआत में ही जलसंकट…महीनेभर में 20 से 27 मीटर पर खिसका जमीन का जल स्तर
शिवलाल यादव
रायसेन।गर्मी के मौसम ने जोरदार दस्तक देना शुरू कर दिया है।शुरुआती गर्मी के तेवर तेज नजर आ रहे हैं तो बैशाख महीने यानि मई माह में निश्चित रूप से गर्मी उग्र रूप धारण करेगी।फरवरी महीने में ही जलसंकट का हालात भूजल स्तर गिरने से खड़े हो ने लगे हैं।अभी फिलहाल गर्मी की ठीक तरह से शुरुआत भी नहीं हुई है और गांवों में जलसंकट के हालात बन गए हैं।
सांची विधानसभा क्षेत्र में फरवरी समाप्ति में ही जल स्तर गिरकर 27 मीटर पर पहुंच गया है,।जबकि एक माह पहले जनवरी में भूजल स्तर 20 मीटर पर था। इस तरह आसपास के गांवों में भी जल स्तर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। ग्रामीणों को एक से दो किमी दूर से पानी के लिए जुगाड़ करना पड़ रही है।
सांची विधानसभा क्षेत्र के कोटरा, गोपीसुर सतकुंडा, टिकोदा, समनापुर, पठारी, धनिया खेड़ी का रामनगर टोला सहित 10 गांवों में अभी से पानी की स्थिति विकराल रूप लेने लगी है। हालांकि यहां पीएचई विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पानी पहुंचाने की कवायद भी की जा रही है।लेकिन इन गांवों में योजना की मंजूरी तो मिल चुकी है।, लेकिन जल समस्या से निजात पाने की दिशा में काम नहीं हुआ।
रामनगर टोला: 250 घर, 1200 की आबादी…..
हैंडपंप सूखे, खेतों से ला रहे पानी जिला मुख्यालय रायसेन से 5 किमी दूर ग्राम पंचायत धनियाखेड़ी का गांव रामनगर टोला। इस गांव में 250 घर बने हुए है और 1200 से अधिक लोग यहां पर निवास करते है। यह क्षेत्र पठार पथरीला होने से यहां टयूबवेल और हैंडपंपों में भी पानी नहीं निकलता। गांव से नीचे खेतों की तरफ जो एक हैंडपंप लगा है ।उसका भूजल स्तर भी कम हो गया है। ग्रामीणों का एक बाल्टी पानी भरने में ही दम फूल जाता है। ऐसी स्थिति में इस गांव के लोगों को एक किमी दूर खेतों में लगे टयूबवेल और कुएं से पानी भरकर लाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का दर्द: पानी के अभाव में नहाना तक बंद कर देते हैं….
पंचायत के रामनगर टोला निवासी धन सिंह बैरागी ,मदन बैरागी,कुसुम बाई, मीराबाई, इमरती बाई, गायत्री बाई, हीराबाई ने बताया कि गांव में पानी नहीं है, उन्हें खेत में लगे टयूबवेल और कुएं से ही पानी लाना पड़ता है। इस वजह से नहाना भी बंद कर दिया है।
स्कूलों के शिक्षक भी घर से लाते हैं पानी : रामनगर टोला गांव में प्राथमिक स्कूल है, जिसमें 67 बच्चे अध्ययनरत हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक अनवार उल्लाह, प्रकाश धाकड़ और सागिरा सुल्तान पदस्थ है। यह तीनों शिक्षक रोजाना स्वयं बोतलों में पानी लेकर आते है।
इनका कहना है…
27 मीटर गिरा भूजल स्तर…..
रायसेन तहसील में एक माह के भीतर ही भूजल स्तर गिरकर 27 मीटर पर पहुंच गया है।जो गर्मी के दिनों में 40 से 41 मीटर तक पहुंच जाता है। गर्मी के शुरुआती दौर में 10-12 गांवों में पानी की समस्या होने की जानकारी मिली है, वहां पर बोर करवाएंगे।
– गिरीश कामले, एसडीओ पीएचई विभाग रायसेन
76 लाख से पानी की टंकी निर्माण को मंजूरी
रामनगर टोला में पानी की समस्या बेहद गंभीर है। यहां 76 लाख रुपए की नल जल योजना को मंजूरी मिल चुकी है, टेंडर भी हो गए है।नलजल योजना का काम शुरू कराया जाना है। गर्मी में खेत में लगे टयूबवेल से गांव तक पानी लाने का प्रयास है ।
-गिरजेश शर्मा, पंचायत सचिव।