-सोन चिरैया अभयारण्य क्षेत्र के 32 गांवों के किसान हैं जमीन के क्रय-विक्रय पर रोक को लेकर परेशान
– सुनवाई न होने से परेशान किसानों का प्रदर्शन
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
शिवपुरी जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को सोन चिरैया अभयारण्य क्षेत्र में आने वाले 32 गांव के लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया। इन 32 गांवों के किसान व ग्रामीण रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे। इस दौरान कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के ज्ञापन न लेने आने पर किसानों ने नाराजगी जताई और ज्ञापन लेने के पहुंचे अपर कलेक्टर उमेश शुक्ला को वापस लौटा दिया। बाद में नाराज किसानों ने शहर के माधव चौक चौराहे पर चक्काजाम करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान एसपी राजेश सिंह चंदेल और एडीएम उमेश शुक्ला मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाया और उनका ज्ञापन लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
भारतीय किसान यूनियन सहित अन्य किसान संगठनों ने यह प्रदर्शन किया था। करैरा क्षेत्र के 32 गांवों के किसान व ग्रामीण इस प्रदर्शन में शामिल रहे। इन किसानों का कहना था कि करैरा क्षेत्र के 32 गांवों में सरकार ने सोन चिरैया अभयारण्य घोषित कर रखा है।
किसानों का कहना है कि इस क्षेत्र में सोन चिरैया नहीं है जब अभयारण्य में सोनचिरैया है ही नहीं तो उक्त गांवों को सोन चिरैया से मुक्त क्यों नहीं किया जा रहा? किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र के उक्त 32 गंवों में वर्ष 1995 से जमीनों के क्रय-विक्रय पर रोक लगा रखी है। ऐसे में वहां न तो किसी किसान की जमीन खरीदी जा रही है और न ही विक्रय हो रही है। अभयारण्य क्षेत्र होने के कारण इन गांवों में कोई विकास कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। पूर्व में भी ज्ञापन दिया गया लेकिन सुनवाई नहीं हुई और अब वह इन 32 गांवों के पंचायत ठहराव के साथ आए तो कलेक्टर नहीं मिले।