देवेंद्र तिवारी सांची रायसेन
70 वें बौद्ध वार्षिकोत्सव समारोह की तैयारी जोरों पर चल रही है इन तैयारी में महाबोधि सोसायटी जुटी हुई है जबकि प्रशासन अभी तैयारी से बेखबर बना हुआ है । इस वार्षिकोत्सव में आने वाले दुकानदारों को भूमि आवंटित करने पर लूटखसोट का सिलसिला शुरू हो चुका है । इस वार्षिकोत्सव में देश विदेश से लाखों पर्यटकों के आने की संभावना बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार नगर में 70 वें बौद्ध वार्षिकोत्सव समारोह को लेकर महाबोधि सोसायटी तैयारी में जुटी हुई है हालांकि इस वार्षिकोत्सव समारोह की तैयारी को लेकर विगत दिनों जिला प्रशासन की बैठक भी आयोजन की जा चुकी है तथा अधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है बावजूद इसके प्रशासन की तैयारी दिखाई नहीं दे पा रही है । इस बौद्ध वार्षिकोत्सव में नप प्रशासन ने यहां आने वाले दुकानदारों को अपनी दुकान लगाने भूमि आवंटन का सिलसिला शुरू कर दिया है जिससे इस समारोह में आने वाले दुकानदारों से तथा वाहनों की पार्किंग के नाम से खासी आय होती है तब सम्बन्धित भूमि आवंटन तथा पार्किंग के नाम पर लूटखसोट का सिलसिला शुरू हो जाता है अब दुकानदारों को भूमि आवंटित किए जाने के नाम पर सरकार के नियमों को ताक पर रखकर पांच सो रुपए से डेड हजार रुपए तक वसूली का सिलसिला शुरू हो चुका है जिससे यहां आने वाले दुकानदारों में बैचेनी बढ रही है
महाबोधि सोसायटी की तैयारी जोरों पर
इस वार्षिकोत्सव समारोह को लेकर महाबोधि सोसायटी ने अपनी तैयारी जोरशोर से शुरू कर दी है तथा यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने जुटे हुए हैं नगर को विभिन्न रंग बिरंगे झंडे बैनर से सजाया जा रहा है रेलवे स्टेशन से स्तूप तक नगर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है ।
पर्यटन विकास विभाग द्वारा स्थापित की गई कलाकृतियां का रहीं धूल
इस विश्व विख्यात पर्यटक स्थल को सुंदर बनाने पर्यटन विकास निगम ने लाखों करोड़ों फूंकते हुए रेलवे स्टेशन से स्तूप तक फुटपाथ निर्माण कराया तथा इन पर सुंदर जालियां लगा कर सुंदर बनाने में कोई कौरकसर नहीं छोडी थी तथा फुटपाथ पर अनेक स्थानों पर विभिन्न कलाकृतियां स्थापित की गई थी परन्तु अनदेखी के चलते कलाकृतियां स्थापित होने के बाद इनकी सुध लेने की न तो स्वयं निगम को ही फुर्सत मिल सकी न ही नप प्रशासन को ही सुध लेने की फुर्सत मिल पाई जिससे इन कलाकृतियों ने अपनी सुन्दरता खोना शुरू कर दी तथा इन कलाकृतियों ने कालिख कृतियों का रूप ले लिया तथा सुंदरता खत्म होने की कगार पर पहुंच ग ई जिससे सुंदरता के नाम पर सरकार के लाखों करोड़ों रुपए पर भी कालिख पुत गई। तथा इन कलाकृतियों के आसपास कवाड इकट्ठा होने से गंदगी फैली दिखाई देने लगी ।
यहां आने वाले पर्यटकों को बिजली लाइनों से बना रहेगा खतरा
रेलवे स्टेशन से स्तूप गेट तक विद्युत वितरण कंपनी की लापरवाही के चलते जगह जगह खुले में कट आउट तथा नंगी केविल नीचे तक झूलती दिखाई देती है बिजली के खंबे फुटपाथ पर लगे हुए हैं जहां दुकानदारों को अपनी दुकान लगानी पड़ती है साथ ही हजारों लाखों की संख्या में आने वाले पर्यटकों को इन बिजली के लटके तार जानलेवा साबित हो सकते हैं इस ओर से मंडल अधिकारी कर्मचारी बेखबर बने हुए हैं जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को बिजली करंट का खतरा बना दिखाई दे रहा है परन्तु मंडल अपने ख़तरनाक फैले बिजली तारों से बेखबर बना हुआ है ।
रेलवे स्टेशन से स्तूप गेट तक नालियां भरी पड़ी सफाई का अभाव
रेलवे स्टेशन से स्तूप गेट तक सड़क के दोनों ओर फुटपाथ के किनारे नालियां बनी हुई है वह गंदगी से पटी पड़ी है नप प्रशासन इन नालियों की गंदगी से बेखबर बना हुआ है इन नालियों की सफाई की चिंता न तो पुरातत्व विभाग न ही पुरातत्व संग्रहालय प्रशासन को ही दिखाई दे पा रही है तथा नगर परिषद की उदासीनता के चलते सफाई व्यवस्था वार्षिकोत्सव समारोह के चलते भी उदासीनता अख्तियार किये हुए हैं । बहरहाल इस स्थल पर कोरोना काल के उपरांत दो वर्ष बाद यह आयोजन होने जा रहा है जिससे संभावना बन रही है कि इस आयोजन में लाखों की भीड़ उमड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है बावजूद इसके प्रशासन में बैठे जिम्मेदार इस आयोजन को लेकर गंभीर नहीं हो पा रहे हैं जिससे देश विदेश में इस स्थल की छवि बिगड़ने की भी संभावना बन रही है ।