भूखे प्यासे लंबी लाइनों में लगने को मजबूर किसान
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले में इस समय किसानों को खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों गेहूं की फसल की बुआई तेजी से हो रही है। ऐसे में किसानों के सामने खाद का संकट पैदा हो गया है। खाद वितरण केंद्रों पर इस समय डीएपी खाद और यूरिया के लिए मारामारी मची हुई है। किसानों को एक बोरी खाद के लिए लाइन में लगकर धक्का-मुक्की करनी पड़ रही है. बावजूद इसके डीएपी और यूरिया नहीं मिल पा रही। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया है कि सभी किसानों को खाद मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर ऐसे में केंद्रों पर लगी लंबी लाइन और धक्का मुक्की व्यवस्था की पोल खोल रही है।
शुक्रवार को शिवपुरी के लुधावली खाद वितरण केंद्र पर व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। यहां पर पुलिस को मोर्चा संभाल कर किसानों को समझाइश देनी पड़ी। इस केंद्र पर किसानों की लंबी लाइन लगी थी। वितरण केंद्र पर नेट व्यवस्था फेल होने के कारण यहां किसानों को खाद की रसीद नहीं बन पा रही थी जिससे किसान परेशान से कई किसानों ने बताया कि वह 2 से 3 दिन से यहां आकर लाइन में लग रहे हैं लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रहा है।
शिवपुरी तहसीलदार पहुंचे तो केंद्र के बाहर लगीं थीं किसानों की लाइन-
शिवपुरी शहर के लुधावली केंद्र पर जब तहसीलदार नरेश गुप्ता पहुंचे तो यहां पर किसानों की लंबी लाइन लगी थी। केंद्र पर रसीद बनाने के लिए सर्वर डाउन था। मौके पर पहुंचे तहसीलदार को किसानों को समझाइश देनी पड़ी। केंद्र पर खाद न मिलने से परेशान किसानों का कहना था कि इस समय गेहूं की बुआई बड़े पैमाने पर की जा रही किसानों को डीएपी खाद की आवश्यकता है।
भूखे प्यासे किसान लाइन में लगने को मजबूर-
कई किसानों ने आरोप लगाए कि खाद निजी विक्रेताओं के गोदामों पर जा रहा है। फिर इन गोदामों से यह खाद ब्लैक में बेचा जा रहा है। कई किसानों ने बताया कि वह दो व तीन दिन से लगातार आ रहे हैं लेकिन खाद के कट्टे नहीं मिल रहे। किसानों ने बताया कि सुबह से शाम हो जाती है लेकिन खाद के लिए नंबर ही नहीं आता।