रायसेन।जिला मुख्यालय से करीब 3 किमी दूर भोपाल रोड़ स्थित शहंशाह ए मालवा हजरत पीर फतेह उल्लाह साहब की दरगाह पर आज 4 नवंबर शुक्रवार से सालाना 801वां उर्स प्रारंभ हो गया। पूर्व परम्पराओ के अनुरूप जिला प्रशासन की और से कलेक्टर अरविंद दुबे एवं पुलिस अधीक्षक विकाशकुमार शाहवाल ने बाबा पीर फतेह उल्लाह शाह साहब की मजार पर चादर पेश की। और । सालाना यह उर्स 7 नवंबर को कुल की दुआ के साथ समाप्त होगा।
कोरोना काल के दो साल बाद यह पहला अवसर है,जब यह उर्स पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। रायसेन की शहंशाह ए मालवा हज़रत पीर फतेह की दरगाह मजार देश भर में प्रसिद्घ है । यहां पर उर्स में शामिल होने के लिए देशभर से जायरीन के साथ ही अन्य श्रद्धालु भी बड़ी संख्या आते है, जो यहां पर श्रद्धा आस्था के साथ सजदा करते हैं।इस दौरान मजहब की सभी दीवारें टूट जाती है।मजार पर श्रद्धालु मत्था टेकने के साथ देश की अमन चेन और खुशहाली के लिए दुआ करते है ।
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा एसडीएम एलके खरे,एसडीओपी श्रीमती अदिति बी सक्सेना,तहसीलदार अजय प्रताप शहर काजी जहीरूद्दीन पटेल सहित दरगाह कमेटी के खुद्दाम मौजूद थे। कलेक्टर शुक्रवार शाम दरगाह शरीफ पहुंचे यहां उन्होंने उसके पहले दिन जिला प्रशासन की ओर से चादर पेश की इसके बाद दरगाह शरीफ खुद्दाम द्वारा सभी को साफा वादा गया।
उर्स का समापन 7 नवंबर को कुल की दुआ के साथ होगा। कोरोना काल के दो साल बाद यह पहला अवसर है, जब यह उर्स पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। उर्स स्थल पर मेला भी लगेगा और रात में कव्वाली और मुशायरे का दौर भी चलेगा।