शिवलाल यादव की रिपोर्ट
रायसेन।विदिशा जिले के लटेरी वनपरिक्षेत्र में वनकर्मियों पर पत्थर गोफन द्वारा फेंके जाने लगे।मुड़भेड़ में दोनों तरफ से बंदूकों के चलने की आवाज आने पर वनकर्मचारियों द्वारा अपनी आत्मरक्षा में शासन के ने दिए निर्देशों के नियम अनुसार हवाई फायर कर वहां से अपनी जान बचाकर बच निकले ।लटेरी थाने में पहुंचे थे वहां पहुंचने के बाद पुलिस ने उन बताया कि बाहर 1000 से 2000 लोग एकत्रित हो गए हैं ।वे कह रहे हैं कि आपने उनके एक व्यक्ति को मार डाला है। आपको बाहर निकाले थाने वालों ने 1 स्टाफ को विदिशा भेज दिया।
स्टॉफ़ के ऊपर भादवि की धारा 302 का मुकदमा दर्ज कर दिया और गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया ।जबकि सीआरपीसी के नियम अनुसार गोली चालन की न्यायिक जांच होने के उपरांत एफ आई आर दर्ज होना चाहिए थी।लटेरी पुलिस ने इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया और लकड़ी चोरों तस्करों के दबाव में आकर झूठी एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा भी वन कर्मियों की मदद ना कर आरोपियों को आर्थिक लाभ दिया जा रहा है ।मृतक के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है। वन कर्मियों का मनोबल पूर्णता गिर गया है और 1 सुरक्षा करने में असमर्थ सा महसूस कर रहे हैं ।इसी तारतम्य वनकर्मियों ने वह बंदूक जो उनकी सुरक्षा ना बन कर उनके लिए जेल का रास्ता बन रही है ।बन्दूकों को जमा कर दिया है ।इसके बाद समस्त वन कर्मियों ने एक जुट होकर कहा कि अब हम हाथों से ही वनों की सुरक्षा करेंगे जितनी संभव है उतनी करेंगे ।क्योंकि हमारा संरक्षण करने वाला कोई नहीं है।
वन कर्मचारी संघ भोपाल के आह्वान पर जिला शाखा इकाई रायसेन जिला अध्यक्ष प्रभात यादव के निर्देशन में समस्त परिक्षेत्र में वन कर्मचारियों द्वारा बंदूके जमा कर दी गई हैं। साथ ही मध्य प्रदेश रेंजर्स एसोसिएशन के आह्वान पर समस्त वन रेंजर ने अपनी सर्विस रिवाल्वर भी जमा कर विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द वन कर्मियों के साथ हुए अन्याय की जांच नहीं होने पर एक बडा आंदोलन किया जाएगा।इस मौके पर डिप्टी रेंजर एमएल तिलचोरिया, प्रभात यादव श्रवण यादव, संजय मौर्य मनीष छारी,मनोज दुबे रामकरण मालवीय आदि उपस्थित हुए