सांची रायसेन से देवेंद्र तिवारी
सांची में बिजली आपूर्ति करने मंडल ने सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया परन्तु इस नगर की ऐतिहासिकता को दरकिनार कर विद्युत मंडल नगर में बिजली सुचारू बनाने में असफल रहा है । हालांकि मंडल उपभोक्ताओं पर बिजली खपत के नाम पर अनाप शनाप बिल लेकर भारत तो डाल देता है परन्तु बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखने में नाकामयाब साबित हो चुका है जिसका खामियाजा नगर वासियों को भुगतना पड़ रहा है ।
जानकारी के अनुसार यह नगर वैसे भी अपने में ऐतिहासिकता समेटे हुए है इस नगर को बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखने नियामक आयोग तक ने निर्देश दिए परन्तु विद्युत मंडल ने जहां नियामक आयोग के आदेश को दरकिनार कर दिया वहीं लोगों को बिजली खपत के नाम पर अनाप शनाप बिलों से परेशानी में डाल दिया है नगर में मंडल के कर्ताधर्ताओं ने बड़ी गली केविल बिछाकर अपना पीछा तो छुड़ा लिया साथ ही नगर की लाईनों से उतरा करोड़ों का बेशकीमती तार का भी नामोनिशान मिटा डाला नगर में बिछाई गई केवल का जाल बिछा डाला यह केबिल कब जल उठे कुछ कहा नहीं जा सकता तथा केबिल जलने से नगर पूरी तरह अंधेरे की जकड़ में फंस जाता है इतना ही नहीं मंडल की अव्यवस्थित केबिल हर समय अनहोनी का खतरा लिए रहती है लोग भी इन केबिल के ख़तरों से भयभीत बने रहते हैं इतना ही नहीं तब सबसे अधिक परेशानी लोगों को तब उठानी पड़ती है जब नगर परिषद प्रशासन अपनी पेयजलापूर्ति बनाने में जुटा रहता है तथा इसके अंतर्गत आने वाली कभी लाइन ठीक करवाने की कवायद में जुटा रहता है तो पेयजलापूर्ति प्रभावित न हो कभी ट्यूबवेल मोटर मरम्मत करने में व्यस्त रहता है बावजूद इसके बिजली व्यवस्था ठप्प पड़ने से पेयजलापूर्ति तो प्रभावित होती ही है बल्कि समय पर पेयजलापूर्ति को भी बिजली अव्यवस्था पलीता लगा देती है ।इन दिनों बारिश में बिजली व्यवस्था कुछ ज्यादा ही लोगों को परेशानी में डाल देती है एक तरफ नगर तो पूरी तरह अंधेरे में जकड़ जाता है बल्कि जहरीले कीड़े कांटों का भय भी सताने लगता है बिजली व्यवस्था के नाम पर हालात बद से बद्तर स्थिति में पहुंच चुके हैं न तो मंडल अधिकारी ही सुध ले पा रहे हैं बल्कि प्रशासन को ही इस विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल की चिंता रह सकी है