मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
श्री तीर्थधाम ज्ञानोदय, दीवानगंज, भोपाल के अंतर्गत अष्टम वार्षिकोत्सव एवं श्री ज्ञानोदय दिगम्बर जैन सिद्धान्त महाविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। समापन में श्री जिनेन्द्र भगवान के मंगल प्रक्षालन के साथ ही श्री सर्वज्ञदेव विधान प्रारंभ हुआ। जिसमें सोभाग्य विधान के रचयिता पण्डित अभय कुमार जैन शास्त्री देवलाली उपस्थित रहे। जिन्होंने विधान की मुख्य पंक्तियों को समझाते हुए समागत साधर्मियों का ध्यान आकर्षित किया। तदोपरांत सभा दीक्षांत समारोह में परिवर्तित हो गयी। संचालन महाविद्यालय के प्राचार्य शुभम शास्त्री ने किया ।
स्वागत नृत्य के रूप में दिव्यांश ने मन-मोहक प्रस्तुती दी। में ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक जैन ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया। महाविद्यालय के निर्देशक पण्डित अभय शास्त्री, देवलाली ने संस्था के उदेश्य एवं गतिविधयों का विवरण प्रस्तुत किया। अध्यक्ष पद का गौरव डॉ शान्ति कुमार पाटिल, जयपुर ने निभाया। साथ ही दीक्षांत उद्बोधक के रूप में डा वीरसागर जैन दिल्ली ने शिक्षा का महत्व समझाते हुए दीक्षांत को दीक्षा का अन्त नही शुरुवात है कहा। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय भोपाल परिसर के सहनिर्देशक एवं राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित डा नीलाभ तिवारी संपूर्ण महाविद्यालय का बारीकी से निरीक्षण किया था समस्त परिसर का अवलोकन करते हुए यहां अध्ययनरत छात्रों को विश्व की अद्भुत धरोहर कहा क्योंकि इनके माध्यम से समाज, देश को मार्गदर्शन प्राप्त होगा । बतौर मुख्य अतिथि शैलेन्द्र जैन विधायक सभा को सम्बोधित करते हुए ज्ञानोदय संकुल को अनूठा उपक्रम बताया जिससे भविष्य में देशोन्नति में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा । पण्डित रजनी , पण्डित अशोक लुहाडिया, महेश शास्त्री, डा योगेश , डा नितिन , नीरज जय कोचिन, प्रताप शास्त्री अतिथि के रूप मंचस्थ थे अन्त में अभि जैन अमन जैन विशाल जैन को उपस्थित अतिथियों के माध्यम से सिद्धांत शास्त्री की डिग्री प्रदान की गयी एवं संस्था के माध्यम से रजत पदक प्रदान किया गया कार्यक्रम संयोजक अरुण वर्धमान ने आगामी कार्यक्रम की घोषणा करते हुए जुलाई माह में यूथ कन्वेंशन में समस्त आगंतुकों को आने हेतु निवेदन किया साथ ही ट्रस्टी सुनील ने आभार व्यक्त किया ।