मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
जून में शादियों के अब पांच मुहुर्त शेष हैं। इसके बाद चार माह तक मांगलिक कार्य पर विराम लगने जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 29 जून को देवशयनी एकादशी के बाद मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे और फिर 23 नवंबर से ही विवाह के मुहुर्त शुरू हो पाएंगे। अभी 23, 24, 26, 27 एवं 29 जून शादियों के लिए अच्छे मुहुर्त है। इसमें 27 जून को भड़ली नवमी पर विवाह का अच्छा मौका रहेगा। इसमें ऐसे युवक-युवती जिनके विवाह की लग्न इस वर्ष नहीं है। उनके विवाह भी इस मुहुर्त में किए जा सकेंगे। यह मुहुर्त अक्षय तृतीया की तरह अबूझ मुहुर्त माना जाता है। इसलिए इस दिन बड़ी संख्या में विवाह आयोजन होंगे 29 जून के बाद जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर माह में शुभ मुहुर्त न होने से विवाह नहीं हो पाएंगे। वहीं इस वर्ष 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। 23 नवंबर एकादशी से विवाह प्रारंभ हो जाएंगे इस तरह 29 जून से 22 नवंबर तक शादियों पर विराम रहेगा और 23 नवंबर के बाद शादी और मांगलिक कार्य के लिए शुभ मुहुर्त रहेंगे जिनमें शादियां की जा सकेगी।
कम मुहूर्त से बढ़ेंगे शादियों के आयोजन
जून में कम मुहर्त एवं आगामी चार माह शादियों व मांगलिक कार्यों पर विराम लगने से इन अंतिम दिनों में शादियों के आयोजन बढ़ेगे। इसके लिए शहर में शादी हाल, धर्मशालाओं की जहां बुकिंग जारी है है तो वहीं टेंट, बैंड, डीजे आदि की भी बुकिंग हो रही। वहीं बाजार में रौनक बरकरार बनी हुुई है। सराफा, कपड़ा, बर्तन आदि की खरीददारी भी बनी हुई है।