मप्र में विकास यात्रा के पहले दिन ही नाराज जनता ने स्वास्थ्य मंत्री को घेरा.. गांव में गंदगी को लेकर सुनाई खरी खरी
विजयसिंह राठौर रायसेन
रायसेन- मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अपने विकास की गाथा को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए आज से विकास यात्रा का कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसके तहत गांव गांव अधिकारी और मंत्री लोगों के बीच पहुंच रहे हैं, रायसेन जिले के दीवानगंज क्षेत्र में भी आज स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभूराम चौधरी भी प्रशासन के लाव लश्कर के साथ निनोद और जमुनिया गांव पहुंचे लेकिन इस दौरान उन्हें जमुनिया गांव में मूलभूत समस्याओं से परेशान जनता का सामना करना पड़ गया।
गांव की नाराज महिलाओं ने स्वास्थ्य मंत्री के काफिले को रोककर उन्हें अपनी गाड़ी से उतरने को मजबूर कर दिया। उसके बाद मंत्री अपनी लग्जरी कार से उतर कर जनता के बीच पहुंचे और उनकी समस्याएं सुनी। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों को गंदगी और पानी की समस्या से परेशान महिलाओं ने खूब खरी-खोटी सुनाई। वही सरकार के बेलगाम अफसर मंत्री के सामने ही जनता पर अपना रौब झाड़ते नजर आए। सुनील रायसेन एसडीएम किस लहजे में परेशान महिलाओं के सामने पेश आ रहे हैं। गांव में सड़क की पर गंदे पानी बहने की समस्या जब महिलाओं ने एसडीएम को बताई एसडीएम ने उनसे जवाब में कहा कि गंदगी साफ करना हमारा काम नहीं है।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी सूझबूझ से नाराज महिलाओं और लोगों को समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर इसी तरह समझाया उसके बाद किसी तरीके से उनका वाहन अगले गांव की ओर निकल पाया.. इस प्रकार विकास यात्रा की बड़े-बड़े दावे लेकर जब सरकार के नुमाइंदे जनता के बीच पहुंच रहे हैं तब उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों की जमीनी वास्तविक हकीकत का पता चल रहा है। कागजों में बढ़िया सड़कें और अच्छी नालियां बनने के दावों की पोल खोलने वाली यह घटना सरकार को नींद से जगाने के लिए काफी है क्योंकि
चुनाव में अभी साल भर का समय है ऐसे में सरकार चाहे तो लोगों से जुड़े मूलभूत समस्याओं इन छोटे-छोटे कामों पर गंभीरता से ध्यान दे दे तो उसका फायदा आने वाले चुनावों में सरकार को जरूर मिल सकता है। वही ऐसी समस्याओं को सरकार और प्रशासन नजरअंदाज करता रहेगा तो आने वाले चुनावों में इसका खामियाजा भी एक बार फिर बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है।