आशीष मालवीय नर्मदापुरम
कल एक मादा बाघ शावक के शव मिलने के बाद आज सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अंतर्गत पूर्व पचमढ़ी परिक्षेत्र के मोगरा बीट कक्ष क्रमांक 226 में गश्ती के दौरान पुनः एक नर बाघ मरणासन्न अवस्था में पाया गया जिसके कुछ देर बाद ही उसकी भी मृत्यु हो गई, टाईगर रिजर्व में दो दिनों में दो बाघ की मौत हो गई है
क्षेत्र संचालक एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि बाघ के गले पर, आगे के दोनों पैरों पर तथा सारे शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान पाए गए. साथ ही बाघ का एक केनाईन दांत भी टूटा पाया गया, उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया चोटों के निशान देखकर प्रतीत होता है कि टेरीटरी फाईट में बाघों की लड़ाई के दौरान इस बाघ की मृत्यु हुई है. बाघ को अपना इलाक़ा बचाने के लिये कई बार दूसरे बाघों से लड़ना पड़ता हैं।
अंदेशा यह भी लगाया जा रहा है कि कल मादा बाघ के शावक को बचाने के लिए भी मां य पिता बाघ की फाइट आज मृत्य मिले बाघ से हुई हो, इसलिए जंगल मे गस्ती बढ़ा दी गई है अनुमान लगाया जा रहा है कि एक नर य मादा बाघ ओर भी जंगल मे घायल अवस्था मे मिल सकता है ।