इंदौर। अयोध्या में कार सेवा के लिए दो वाहिनियां देशभर में बनाई गई थीं। प्रगट और गुप्त वाहनी में युवाओं को उनकी रुचि के अनुसार रखा गया। इंदौर से भी दोनों वाहिनियों में बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए। युवाओं में कारसेवा को लेकर उत्साह था।
प्रगट वाहिनी में शामिल रहे सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि प्रगट वाहिनी का काम माहौल बनाना था, जबकि गुप्त वाहिनी का काम गुप्त तरीके से अयोध्या तक पहुंचने का था। जोशीले नौजवान जो नारे लगा सकते थे, उनको प्रगट वाहिनी में रखा गया। प्रगट का काम स्थानीय प्रशासन को गुमराह करने का था।