साँची रायसेन से देवेंद्र तिवारी
सांची में लगातार गर्मी अपने तेवर बढ़े हुए दिखा रही है परन्तु स्थानीय प्रशासन इस गर्मी से बेखबर रहकर यहां आने वालों तथा यहां के नागरिकों के लिए नगर में कहीं कोई सार्वजनिक प्याऊ नहीं खोल सकी जिससे लोगों को पानी के लिए यहां वहां भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है ।
जानकारी के अनुसार नगर एक विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है इस नगर में जबसे कोराना प्रतिबंध हटाया गया है तब से ही इस विश्व विख्यात नगर से रूबरू होने देश विदेश से लोगों का आना जाना शुरू हो गया है वैसे भी यह नगर में विकास खंडीय मुख्यालय होने से 80 पंचायतों का जिम्मा सम्हालने वाली जनपद पंचायत तथा टप्पा तहसील कार्यालय जहां सैकड़ों की संख्या मे किसान मजदूरों का आना के साथ ही कृषि विभाग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अनेक मुख्य कार्यालय है जहां रोज लोगों को अपनी समस्या सुलझाने ग्रामीण क्षेत्रों से आना जाना पड़ता है वैसे इन दिनों गर्मी ने अपने तेवर गर्म कर दिए हैं कड़ाके की धूप से लोग छांव तलाशते दिखाई दे जाते हैं साथ ही नगर भर में इतनी गर्मी होने के साथ ही कहीं कोई सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था नगर परिषद प्रशासन द्वारा नहीं कराई गई है जिससे लोगों को पानी की तलाश में यहां वहां भटकने पर मजबूर होना पड़ता है तब और परेशानी बढ़ जाती है जब नगर में आने वाली महिलाएं अपने साथ लाई छोटे छोटे नौनिहालों के लिए पीने के पानी की तलाश करते आसानी से दिखाई दे जाती है इतना ही नहीं बसस्टेंड परिसर में जनपद पंचायत सहित अन्य व्यस्ततम क्षेत्र में कहीं कोई निस्तार हेतु ही व्यवस्था की गई है जबकि पुरुषों को आसानी से कहीं भी खड़े निस्तार करते देखा जा सकता है जबकि निस्तार हेतु महिलाओं को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है जब कि इन गर्मियों के दिनो मे बहुत से सामाजिक संगठनों द्वारा सार्वजनिक प्याऊ व्यवस्था करते थे परन्तु इस गर्मी उक्त संगठन भी कहीं कोई व्यवस्था की सुध लेते भी दिखाई नहीं दे पा रहे हैं मुख्य चोराहे पर नगर परिषद द्वारा पूर्व में एक स्थाई प्याऊ का निर्माण कराया गया था परन्तु वह भी राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की भेंट चढ़ कर तहसनहस हो गई यही हाल गुलगांव चोराहा जहां से लगभग 50 गांव के लोगों का आना जाना लगा रहता है तथा व्यस्ततम क्षेत्र माना जाता है यहां भी प्याऊ न होने से लोगों को होटल वालों के सहारे ही अपनी प्यास बुझानी पड़ती है होटलों में व्यस्तता होते हुए न चाहते हुए भी लोगों को प्यास बुझाने खाद्य पदार्थ की खरीदारी करने पर मजबूर रहना पड़ता है इतना सब होते हुए भी नगर परिषद प्रशासन को नगर में प्रमुख चौराहों पर ठंडे पानी की प्याऊ खोलने की सुध नहीं मिल पा रही है जिससे लोगों को इस ऐतिहासिक स्थल पर पीने के पानी के लिए भटकते देखा जा सकता है ।