भोपाल का देश – प्रदेश में लिंगानुपात संतोषजनक
देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल
कलेक्टर अविनाश लवानिया की अध्यक्षता में पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई। कलेक्टर लवानिया ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में टीम गठित कर सभी संस्थानों की जाँच की जाए। उन्होंने साथ ही आकस्मिक निरीक्षण करने के लिए टीमें गठित करने भी कहा।
बैठक में सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट के प्रावधानों एवं जिले की स्थिति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (2018-21) की रिपोर्ट के अनुसार भोपाल जिले में पिछले 5 सालों में जन्म लिये शिशुओं में 1000 लड़कों पर 1261 बालिकाओं का जन्म हुआ है। जन्म के समय लिंगानुपात में भोपाल जिले की यह स्थिति प्रदेश एवं देश के कई राज्यों से कहीं ज्यादा बेहतर है।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि पी.सी.पी.एन.डी. टी. अधिनियम का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए। मॉनिटिरिंग के लिए भोपाल में समय-समय पर डिकॉय ऑपरेशन किये जायें। एक्ट का उल्लंघन करने वाले को प्रावधानों के अनुसार कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बेटियों एवं महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वालंबन, सुरक्षा के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं का अधिकाधिक प्रचार प्रसार सुनिश्चित करें।
बैठक में विधि विभाग, गृह विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, पंचायत राज विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।