दमोह से धीरज जॉनसन की रिपोर्ट
दमोह जिले के सुदूर इलाकों तक पुल-सड़क मार्ग की सुविधा तो उपलब्ध होती जा रही है परंतु अभी भी कुछ ऐसे क्षेत्र दिखाई देते है जहां छोटी नदी-नालों के कारण एक गांव से दूसरे गांव तक जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर दिखाई देने वाला ग्राम मडिया बुजुर्ग और इसके पास से बहती जूडी नदी का दृश्य तो काफी खूबसूरत दिखाई देता है परंतु नदी के दूसरी ओर बसे हुए ग्राम कबीरपुर,मंगोला,फुटेरा के ग्रामीणों को अगर मडिया या इस तरफ के अन्य गांवों की ओर आना हो या यहां के लोगों को नदी पार जाना हो, तो उन्हें इस नदी को पार करना पड़ता है जहां पुल नहीं है,जब यहां ज्यादा पानी भर जाता है तब यह मार्ग भी बंद हो जाता है। कुछ दूरी पर एक छोटा पुल जिसे स्थानीय स्तर पर रपटा भी कहा जाता है, वह बना हुआ दिखाई देता है परंतु उसकी ऊंचाई कम होने के कारण ग्राम फुटेरा से आने वाले लोगों को इस पुल के ऊपर से बहते हुए पानी को पार कर आना पड़ता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि ग्रामीणों की आस पास के गांवो में रिश्तेदारी है,अन्य कामों की वजह से नदी पार करके जाना ही पड़ता है,जो एक जोखिम भरा काम भी है,पानी ज्यादा हो जाए तो महिलाएं और बच्चे नहीं जा पाते है। अगर यहां ऊंचा पुल बन जाए तो बहुत सुविधा हो जाएगी।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन