उदयपुरा रायसेन। श्री रामचरितमानस विद्यापीठ के तत्वाधान में आयोजित साप्ताहिक सत्संग, नित्य सेवा, सत्संग ,सुमिरन कार्यक्रम अंतर्गत मानस यात्रा के श्री राम जानकी बड़ा मंदिर उदयपुरा पहुंचने पर, राष्ट्रीय कवि गोविंद गोदानी द्वारा समस्त विद्वानों का एवं उपस्थित राम अनुरागी श्रोताओं का तिलक पुष्प भेंट कर वंदन किया ।मंदिर के महंत श्री श्याम शरण कोठारी जी की अध्यक्षता में सत्संग सभा आयोजित की गई। श्रीरामचरितमानस विद्यापीठ के आचार्य ,पंडित सुरेंद्र शास्त्री द्वारा मानस में चल रहे ,प्रसंग दौरान बताया कि श्री राम शरणागत का उद्धार करते हैं ,भले ही उसका कृत और कार्य कितना भी दुष्ट प्रवृत्ति भरा हो ,अंत में शरणागत होने पर मारीच राक्षस को भी श्री राम ने अपने हाथों से उद्धार किया, श्री राम जटायु का उद्धार कर दीनबंधु कहलाए ,राम राज्य के पक्षी जटायु, में भी अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ने का साहस रहा है ,रावण जैसे पराक्रमी से युद्ध करना जटायु की राष्ट्रभक्ति है ,सत्संग सभा में मारीच प्रसंग श्री सीता हरण एवं जटायु रावण युद्ध आदि प्रसंगों की व्याख्या ,धर्माधिकारी राजेंद्र प्रसाद शास्त्री ,हरिदत्त शास्त्री संगीत आचार्य ,अमरनाथ विल थरिया छोटे महाराज ,योगेश पांडे सुदामा शास्त्री ,कैलाश दुबे ने अपनी अपनी शैली में रोचक व्याख्या प्रस्तुत की ,गोविंद गोदानी, द्वारा “कैलाशपति शिव शंकर को रिझाने आ गए, प्रस्तुत कर श्रोताओं को भावविभोर किया ,8 लाख 17 हज़ार राम नाम लेखन पुस्तिकाओं का पूजन हुआ ।
कार्यक्रम संचालक वरिष्ठ अधिवक्ता चतुर नारायण रघुवंशी ने बताया कि वर्षा काल के साप्ताहिक कार्यक्रम नगर के विभिन्न स्थानों पर किए जा रहे हैं सत्संग सभा में विशिष्ट श्रोताओं में प्रेम नारायण शास्त्री ” चंद्र प्रकाश शास्त्री ” छोटेलाल शास्त्री” निरंजन सिंह राजपूत गाडरवारा, ओंकार सिंह पटेल ,ठाकुर फूल सिंह, अरुण कुमार उदेनिया ,हरि शंकर पांडे ,डीपी पाठक, एमपी रघु ,फूल सिंह धाकड़ ,देवेंद्र श्रीवास्तव ,राजकिशोर कौरव, हरी सेवक सोनी ,सुदामा रघुवंशी, राजेश रघुवंशी ,राम सिंह रघुवंशी, प्रभु दयाल खटीक ,कमलेश लोधी ,विजय विश्वकर्मा ,हीरालाल लोधी ,राकेश साहू ,रमेश कुमार राय ,प्रेमदास मेहरा ,चिंकू राय, मुकेश केवट ,रंजीत राजोरिया, दीपक श्रीवास्तव ,गोविंद उर्फ छोटेलाल पटेल ,बृजेश रघुवंशी कृष्ण कुमार विश्वकर्मा ,हरिराम, मेहरा ,चंद्रभान सेन सहित विभिन्न गांव से पधारे राम अनुरागी श्रोताओं ने क्षेत्र की सुख शांति सद्भाव के लिए मानस जी की सामूहिक आरती कर प्रसाद ग्रहण किया।