सरकार को लिखे पत्र: नौकरी में स्थायित्व एवं निर्धारित वेतन की गारंटी सुनिश्चित करे सरकार
तारकेश्वर शर्मा
छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथजी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान को विभाग के आउटसोर्स सपोर्ट स्टाफ, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को आउटसोर्स व्यावसायिक प्रशिक्षकों एवं ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे को एमपीईबी के आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों के तत्काल निराकरण के बारे में पत्र लिखकर मांग की है कि इन्हें शासन की ओर से निर्धारित वेतन, पीएफ, बोनस के साथ साथ नौकरी में स्थायित्व की गारंटी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
गौरतलब है 13 अप्रैल को सभी विभागों के आउटसोर्स कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने भोपाल में कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथजी के साथ बैठक कर आउटसोर्सकर्मियों के साथ हो रहे अन्याय के बारे में जानकारी दी थी, 50 मिनट तक चली बैठक में संगठनों की ओर से मनोज भार्गव, राहुल मालवीय, प्रकाश यादव, के के नेमा, राकेश सांवले, शरद पंत सहित विभिन्न संगठनों 40-50 पदाधिकारी उपस्थित थे। प्रतिनिधि मंजल से चर्चा करते हुए कमलनाथजी ने कहा था कि हमारी सरकार नौकरियों में आउटसोर्स, ठेका, अस्थाई जैसी प्रथा के खिलाफ है और हम सुरक्षित रोजगार के लिए नीति बना रहे थे, जिससे आउटसोर्स, ठेका एवं अस्थाई कर्मियों के रोजगार को सुरक्षित किया जा सके। बैठक में संगठनों की ओर से प्राप्त आवेदनों को पूर्वमुख्यमंत्री कमलनाथजी ने संबंधित विभागों को पत्र के साथ उचित कार्रवाई के लिए भेजते हुए लिखा है कि कर्मचारियों की समस्याएं गंभीर प्रकृति की हैं इसलिए इनका तत्काल निराकरण किया जाना चाहिए, स्वास्थ्य विभाग के संविदा सपोर्ट स्टाफ को आउटसोर्स कर्मचारी बना दिए जाने को गंभीरता से लेते हुए माननीय कमलनाथजी ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग को लिखा है कि इनकी सेवाएं तत्काल एनआरएचएम को संविदा पर वापस की जानी चाहिए, ऐसा करके ही इन कर्मियों के साथ न्याय किया जा सकता है।