भगवान महादेव को समर्पित महाशिवरात्रि का पावन पर्व एक मार्च, दिन मंगलवार को श्रद्धा, उल्लास के साथ मनाया जाएगा। पर्व पर सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं की ओर से शिव बारात निकालने की तैयारी शुरू हो गई है। शिवालयों को भव्य रूप से सजाने का कार्य भी शुरू हो गया है। शिवालयों में भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए आस्था की भीड़ उमड़ेगी। इसी दिन माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व पर संगम में लोग स्नान दान करेंगे। महाशिवरात्रि पर इस बार गुरु आदित्य योग का संयोग है। इस योग में महादेव का पूजन-अर्चन श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत फलदायी होगा। मनकामेश्वर महादेव, शिवकुटी महादेव, गंगोली शिवाला, हनुमत निकेतन में श्रद्धालु पूजन-अर्चन करेंगे।
गुरु आदित्य योग से बढ़ेगी पर्व की शुभता
चतुर्दशी तिथि 28 फरवरी की रात 1:59 बजे से शुरू हो जाएगी, जो एक मार्च को रात में 12:17 बजे तक व्याप्त रहेगी। इस दिन शनि देव अपनी राशि मकर में स्वगृही, मंगल अपने उच्च राशि में रहेगा। गुरु और सूर्य एक साथ रहने से गुरु आदित्य योग पर्व की शुभता में वृद्धि करेगा। इस दिन व्रत, पूजन के साथ जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और रुद्राभिषेक आदि अनुष्ठान विधिविधान से किया जाएगा।