उपायुक्त के उच्चाधिकारियों से बातचीत कर नौकरी पर वापस लेने का भरोसा देने के बाद समाप्त हुआ धरना
तारकेश्वर शर्मा
छिंदवाडा। कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के नेतृत्व में नौकरी से निकाले गए संविदा कनिष्ठ विक्रेताओं ने सहकारिता विभाग के उपायुक्त कार्यालय पर धरना दिया। सुबह 11 बजे से शुरू हुआ धरना 4 बजे तक चला और उपायुक्त के उच्चाधिकारियों से बातचीत कर वापस लेने के आश्वासन के बाद ही धरना समाप्त हुआ। धरने में ओं ने कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने डीआर कार्यालय का घेराव कर निकाले गए सभी कनिष्ठ विक्रेताओं को तत्काल काम पर वापस लेने की मांग की। घेराव में दीपिका शर्मा, मनोरमा राव, जयराज वर्मा, पवन हरफोडे, अरविंद कोलारे, विजय इवनाती, हरिचंद सोनवंशी, जयराम साहू, संध्या नरेती सहित बडी संख्या में कनिष्ठ विक्रेता शामिल रहे।
धरने में बोलते हुए कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि भाजपा की शिवराज सरकार छिंदवाड़ा में नौकरियों में लगे लोगों को नौकरियों से निकालने का अभियान चला रही है, सहकारिता विभाग सहित 300 से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि रोजगार देने की वजाय रोजगार में लगे लोगों की नौकरियां छीनने का अभियान शुरू कर दिया गया है, बीते पांच महीने में ही जिले के सरकारी विभागों में काम करने वाले सैकडों लोगों को नौकरियों से निकाला जा चुका है, यह अब तक की सबसे बडी छंटनी है जिसे भाजपा सरकार और उसके नेता अंजाम दे रहे हैं और अधिकारी इस काम में उनकी मदद कर रहे हैं। धरना दे रहे सहकारिता विभाग से निकाले गए संविदा कनिष्ठ विक्रेताओं के बारे में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना ने भी उपायुक्त से फोन पर बात, इसके बाद संतोषजनक बातचीत हुई और धरना समाप्त हुआ।
कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथजी एवं सांसद नकुलनाथजी विभिन्न विभागों के नौकरियों में लगे लोगों को नौकरी से निकाले जाने की जानकारियां मिलने से चिंतित हैं और उन्होंने इनकी लडाई पूरी ताकत से उठाने के निर्देश कामगार कर्मचारी कांग्रेस के पदाधिकारियों को दिए है, जिसके कारण ही आज डी आर कार्यालय पर धरना दिया गया।
शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार जिले में काम करने वालों के साथ अन्याय कर रही है, पहले तो उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दिया जा रहा, अब नौकरियों से निकालने का काम शुरू कर दिया है, जिससे कर्मचारियों में डर और भय का वातावरण है, कामगार कर्मचारी कांग्रेस सरकार से पीड़ित प्रताड़ित कामगारों की आवाज बनकर उनके लिए संघर्ष करेगी।