बोर्ड पर पहुंच गई टहनियां,गायब हुई नाली
दमोह से धीरज जॉनसन
दमोह: जिले में सड़क दुर्घटनाओं के मामले लगातार सामने आते रहे है और इन घटनाओं से जन धन की हानि भी होती है जिससे बचाव के लिए व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्तर पर सजगता की आवश्यकता है।
सड़क मार्गों पर संकेतक,दिशा सूचक बोर्ड,सड़क किनारे लगी झाड़ियों की छटाई और प्रमुख चौराहों के चौड़ीकरण की जरूरत भी महसूस होती है जिससे दुर्घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सके।
शहर से नरसिंहगढ़ और हटा की ओर जाने वाला मार्ग जो अन्य जिलों की ओर चला जाता है वहां पर मिलने वाले चौराहे को देखकर लगता है यहां यातायात व्यवस्था में सुधार की बहुत जरूरत है क्योंकि चौराहा छोटा होने के कारण गलत दिशा से वाहनों को मुड़ते हुए अक्सर देखा जाता है जो बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।
नरसिंहगढ़ से दमोह की ओर आने पर इस चौराहे से कुछ दूरी पर एक मार्ग और है जहां से भारी वाहन, शहर में प्रवेश किए बिना ही अन्य जिलों की ओर जा सकते है पर यहां दिशा सूचक बोर्ड और समयानुसार नो एंट्री (भारी वाहन प्रवेश निषेध) का बोर्ड न होने के कारण भी बड़े वाहन प्रवेश कर जाते है और चौराहा छोटा होने के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस चौराहे पर किमी दर्शाने वाला बोर्ड भी लगा हुआ है परंतु इसकी ऊंचाई तक पेड़ों की टहनियां आ जाने के कारण इसमें दर्ज अन्य जगहों की दूरी भी दिखाई नहीं देती है जिससे यात्री भी भ्रमित होते है,परंतु पेड़ों की छटाई अभी तक नहीं हुई है।
यहां सड़क के किनारे पर गड्ढा हो जाने के कारण ठहरा हुआ पानी दिखाई देता है और इसके निकट ही नाली का एक हिस्सा स्पष्ट दिखाई न देने के कारण पर्याप्त जल निकासी की व्यवस्था भी यहां परिलक्षित नहीं होती है स्थानीय लोगों का कहना था कि चौराहे का विस्तार होना अति आवश्यक है क्योंकि गलत दिशा से आते वाहनों के कारण हादसा हो सकता है साथ ही जल निकासी की भी पर्याप्त व्यवस्था यहां होना आवश्यक है।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन