भोपाल। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन सोमवार से प्रारंभ हो गई।न्यूनतम समर्थन मूल्य दो हजार 15 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
प्रदेशभर में चार हजार 663 केंद्र बनाए गए हैं। उपार्जन से पहले पंजीकृत किसान की पात्रता की जांच नोडल अधिकारी करेंगे। किसानों को उपज का भुगतान आधार से लिंक खाते में किया जाएगा। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उपार्जन की सभी तैयारियां हो चुकी हैं। इस बार प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 19 लाख 81 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है।
उपार्जन में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए सभी किसानों का बायोमैट्रिक सत्यापन कराया गया है। पांच लाख से ज्यादा किसानों के आधार नंबर में संशोधन कराने के साथ नए मोबाइल नंबर दर्ज कराए गए हैं। 28 हजार 298 किसानों ने नामिनी के माध्यम से पंजीयन कराया है। इस बार किसानों को उपज बेचने के लिए एसएमएस नहीं भेजे जाएंगे। किसानों ने अपनी मर्जी से उपार्जन केंद्र और उपज बेचने की तारीख का चयन किया है।
सभी उपार्जन केंद्रों में किसानों का सत्यापन करने के लिए बायोमैट्रिक मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। किसान जब उपार्जन केंद्र पहुंचेगा तो उसकी पात्रता की जांच होगी और फिर तौल होने के बाद किसान को सीधे खाते में भुगतान होगा। इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी।