– सिद्ध स्थान श्री पवाधाम पर पर गौ-सेवार्थ श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का हो रहा है आयोजन
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
प्रसिद्ध सिद्ध स्थान श्री पवाधाम पर गौ-सेवार्थ श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस कथा का आयोजन 23 से 30 मार्च तक चल रहा है। गौ-सेवार्थ श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के दौरान सोमवार को कथा व्यास श्री रामतीर्थ दास जी महाराज ने छठवे दिन चीर हरण लीला का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि यह आवरण भंग लीला है इस लीला पर लोग संदेह करते हैं जबकि यह जीवात्मा और परमात्मा की आंख मिचौली का खेल है जैसे एक बार धान के ऊपर से छिलका हटा दिया जाए तो वह कभी अंकुरित नहीं हो सकती उसी प्रकार से गोपियों के अंदर जो काम भाव था उसको भगवान ने समाप्त कर दिया और गोपियां निष्काम हो गई हैं।
रास पंचाअध्यायी की कथा प्रारंभ करते हुए महाराज श्री राम तीर्थ दास जी ने बताया कि महारस की कथा श्रवण करने वाले भक्तों को कभी हृदय रोग पीड़ित नहीं करती। यह विज्ञान भी सिद्ध करता है। कथा के दौरान श्री रामतीर्थ दास जी महाराज गोवंश की वृद्धि हेतु गाय के अनेक गुण बताए हैं उन्होंने कहा जो कपिला भारतीय देसी गाय उसके ऊपर हाथ पैर ने से शरीर के समस्त रोग दूर हो जाते हैं। जिस बालक की बुद्धि मंद हो तो उसे 21 दिन तक आज भी शोधित गोमूत्र पिलाने से मेघा तीव्र और तिख्चन हो जाती है गाय के गोबर से जिसका आंगन लीपा जाता है उस घर में कभी दरिद्रता नहीं आती है क्योंकि गौ माता के गोबर से स्वयं लक्ष्मी का वास है। महाराज श्री ने गौशाला के विषय में बताते हुए कहा कि ऐसे अनेकों परिवार हैं जो अपने घर पर गाय नहीं पाल सकते हैं यदि वह अपने जीवन में एक भी गाय को गोद लेते हैं तो इससे दो फायदे होंगे। एक तो गौ माता नहीं भटकती फिरेगी और दूसरा समुचित रूप से गौशालाओं की व्यवस्थाएं चलती रहेंगी। इस ज्ञान यज्ञ में शिवपुरी के अलावा बदरवास व बसई और इसके आसपास के ग्रामीण व भक्तजन आदि समूह भागवत एवं गौ कथा श्रवण करके आनंद विभोर हो रहा है। वैष्णव संत एवं नेमीशरण से पधारे अनेकों संत एवं विद्वानों के दर्शन का लाभ सभी को प्राप्त हो रहा है। शाम कालीन बेला में रुक्मणी कृष्ण विवाह महोत्सव एवं फूलों की होली खेलकर के सभी आनंद विभोर हो गए। यह कथा निरंतर 29 मार्च तक तक चलेगी और इसी दिन पूर्णाहुति के साथ समापन किया जाएगा। 30 मार्च को प्रसाद वितरण के साथ कथा विसर्जन किया जाएगा। कथा आचार्य श्री जगदीश प्रसाद जैमिनी जी के सानिध्य में संपन्न किया जा रहा है। आयोजनकर्ताओं ने सभी धार्मिक भक्तजनों से आग्रह किया है कि उक्त कार्यक्रम में पधार कर भगवत भक्ति का आनंद प्राप्त करें।