गुलवाड़ा के लोक कलाकारों एवं नाटककारों ने दी प्रस्तुति
कृष्ण कांत सोनी
बेगमगंज सुल्तानगंज रायसेन।अखंड सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन प्रदान करने वाली हरतालिका तीज आज समस्त देश में मनाई जा रही है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है. हरतालिका तीज का व्रत खासकर उत्तर भारत के राज्यों में रखा जाता है. यह कठिन व्रतों में से एक है. इस दिन विवाहित महिलाएं और विवाह योग्य युवतियां निर्जला व्रत रखती हैं ताकि उनके जीवनसाथी को लंबी आयु प्राप्त हो और उनकी वैवाहिक जीवन सुखमय हो. मनचाहे वर की कामना से भी हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है. ग्राम गुलवाड़ा में महिलाओं द्वारा श्रद्धा भाव से हरितालिका तीज का निर्जला व्रत रखा गया, साथ समस्त ग्राम की महिलाओं द्वारा भगवान गौरी शंकर की पूजा अर्चना की, इसी बीच ग्राम गुलवाड़ा के लोक कलाकारों एवं नाटककारों ने अपनी प्रस्तुति देकर समस्त ग्रामवासियों का मन मोह लिया। वही ग्रामवासियों द्वारा भी कलाकारों का तहे दिल से स्वागत किया । इसी कार्यक्रम के बीच में यादव युवा शक्ति संगठन के जिला अध्यक्ष भैया राजा अपने उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह यादव के साथ सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
ग्राम गुलवाड़ा की महिलाओं द्वारा बताया गया कि हरतालिका तीज व्रत की पूजा सामग्री के बारे में. जो महिलाएं या युवतियां पहली बार हरतालिका तीज का व्रत रखने वाली हैं, उनको इस व्रत कीए पूजा सामग्री के बारे में जान लेना चाहिए, ताकि वे पूरे विधि विधान से वे व्रत को करें और तीज माता से अपनी मनोकामनओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त करें.
हरतालिका तीज 2022 पूजन सामग्री लिस्ट
1. काली मिट्टी या रेत2. मिट्टी का एक कलश3. पीले और लाल रंग का कपड़ा4. लकड़ी का एक पटरा5. तीज माता यानि माता पार्वती के लिए लाल रंग की चुनरी और हरे रंग की एक साड़ी6. नारियल, चंदन, कुमकुम, पंचामृत, कपूर, दीपक7. सुहाग का सामान, लाल रंग के फूल और लाल फूलों की माला8. काजल,चूड़ियां, मेंहदी, सिंदूर, बिंदी9. महावर, बिछिया, शीशा, कंघी10. शिव जी के लिए वस्त्र11. बेलपत्र, धतूरा फल, सफेद फूल, केले का पत्ता, शमी के पत्ते12. फल, फूल, जनेऊ, अबीर, गाय का घी, सरसों तेल13. गणेश जी के लिए नया वस्त्र, पान का पत्ता, सुपारी, दूर्वा, मोदक, लड्डू14. दही, चीनी, शहद, गंगाजल, गाय का गोबर, पंचगव्य आदि