Let’s travel together.

भोपाल के अन्ना नगर में अन्य प्रदेशों से आए रहवासियों ने की थी मां दुर्गा-शिव मंदिर की स्थापना

41

भोपाल। भेल अन्ना नगर चौराहे के पास स्थित मां दुर्गा-शिव मंदिर स्थानीय रहवासियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। पहले मंदिर एक चबूतरे पर शिवजी विराजित थे। इसके बाद स्थानीय रहवासियों के सहयोग मंदिर बनाया गया। इसके बाद मंदिर में हर दिन आरती होने लगी। इनदिनों सावन सोमवार पर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगता है। सावन महीने के चलते हर दिन सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे और शाम पांच से रात नौ बजे तक मंदिर में शिवजी की पूजा-अर्चना करने स्थानीय लोग आ रहे हैं। शिवजी की आरती के बाद प्रसादी का वितरण किया जाता है।

यह है मंदिर का इतिहास

60 के दशक में भेल कारखाना बना। इसमें काम करने देश के अलग-अलग राज्यों से लोग आए। भेल में नौकरी करने के साथ ही मजदूर वर्ग के लोग अन्ना नगर में बस गए। सभी लोग मिलकर वर्ष 1974 से शारदेय नवरात्रि में झांकी बैठाना शुरू की दी। वर्ष-1975 में मां दुर्गा का मंदिर स्वर्गीय किशनलाल सोनकर, स्वर्गीय बलदेव प्रसाद प्रजापति, सरजू प्रसाद पाल, बंगाली बाबू, गणपति, कंधा स्वामी ने मंदिर निर्माण सहयोग किया। इसके बाद स्थानीय रहवासियों के सहयोग से 1990 के दशक में शिवजी की स्थापना की गई।

यह है मंदिर की विशेषता

मंदिर की प्रमुख विशेषता यह है कि एक छोटी सी मढ़िया में शिवजी को स्थापित किया गया है। इसमें एक-एक करके लोग शिवजी की पूजा-अर्चना करने जाते हैं। सावन सोमवार पर श्रद्धालुओं की भीड़ होने से स्थानीय लोगों की मदद से मंदिर के बाहर लोगों की बैठने की व्यवस्था की जाती है। शिवजी को गुलाब, सेवंती, गेंदा, बेलपत्र, धतूरा अर्पित किया जाता है। शाम तक शिवजी पर चढ़ाई गई सामग्री को संभाल कर रखकर तालाब में विसर्जित कराया जाता है, ताकि शिवजी पर चढ़ाए गए फूलों पर किसी के पैर न पड़े।

महिलाएं करती हैं भजन

मंदिर में सभी तीज-त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं। सावन सोमवार को महिलाएं भजन करने आती हैं। मंदिर के बाहर ढोलक, मंजीरे बजा कर शिवजी के भजन गाए जाते हैं। चारों तफ हर-हर महादेव के जयकारे सुनाई देते हैं।

-उल्लास सोनकर, सेवक

देखते ही बनती है विद्युत साज-सज्जा

मंदिर प्रांगण में शारदेय, चैत्र नवरात्र, महाशिवरात्रि और सावन माह में विद्युत साज-सज्जा की जाती है। रंग-बिरंगी लाइटों से मंदिर जगमग हो जाता है। चौराहे से आते-जाते लोग दूर से शिवजी व मातारानी के हाथ जोड़ कर उनसे आशीर्वाद लेते हैं।

-लक्ष्मी नारायण प्रजापति, सेवक

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

साँची में आयोजित रामलीला में रामलीलाओ का चित्रण     |     ग्राम पंचायत गुलगांव मे आयोजित हुआ जनकल्याण शिविर     |     भोपाल विदिशा हाईवे 18 डोलाघाट पर दो कार आपस में भिड़ी     |     आज भक्तिभाव से मनेगी संत शिरोमणी गुरु घासीदाम बाबा की 268 वी जयंती     |     नशे में धुत महिला ने पुलिस थाना के सामने दूध मुही बच्ची के साथ लगाई खुद को आग     |     शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ओलंपियाड परीक्षा का आयोजन     |     सिख प्रीमियर लीग 2024 का आज  समापन     |     नहर का ओवरफ्लो का पानी किसान के खेत में घुसा फसल हुई बर्बाद     |     ग्राम झिरी में बेतवा नदी के उद्गम स्थल पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री तथा  जनप्रतिनिधियों ने की पूजा-अर्चना     |     पतंजलि  के  ब्रांड “रुचि स्टार” के नाम और लोगो की कॉपी कर मिलते जुलते फर्जी नाम एसटीआर गोल्ड के नाम से तेल निर्माण करने वाली कंपनी का भांडा फोड़     |     भानपुर से  सलामतपुर चौराहे तक रोड पर हो रहा डामरीकरण, 3 साल बाद ग्रामीणों को गड्ढों से मिलेगी निजात     |     ग्रामीण क्षेत्रो में उर्वरक शक्ति बनाए रखने के लिए किसान कर रहे प्राकृतिक खादों का प्रयोग      |     सब्जियों के दाम गिरे, विक्रेताओं का कहना  लागत भी नहीं निकल रही      |     भोपाल एम्स हॉस्पिटल द्वारा नेत्र जांच शिविर का आयोजन     |     बेगमगंज बांद्रा क्षेत्र फायर फाइटर से हुआ लैस     |     स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री रघुवीर चरणजी शर्मा की 102वीं जन्मजयंती मनाई गई     |     सीआरपीएफ अफसर पूनम गुप्ता ने राष्ट्रपति भवन में लिए फेरे, प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू भी पहुंचीं     |     फिल्म छत्तीसगढ शहीद 76 के हुए ऑडिशन     |     जिला स्तरीय पांच दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर  प्रारंभ      |     भूमि पूजन एवं ध्वज स्थापना हेतु सिद्धेश्वरी मंदिर  से ध्वज यात्रा  निकली     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811