सेवा समिति व स्वामी विवेकानंद अकादमी ने किया माल्यार्पण,
रामभरोस विश्वकर्मा,मंडीदीप रायसेन
भारत को आजादी दिलाने में अनगिनत क्रांतिकारियों का नाम याद किया जाता है लेकिन जब भी देशप्रेम की बात की जाती है, उन क्रांतिकारियों में सबसे पहले 23 मार्च 1931 को शहीद हुए भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु का नाम सबसे पहले जेहन में आता है।आज का दिन इन तीन क्रांतिकारियों को शहीद दिवस के रूप में समर्पित किया जाता है। उपरोक्त बात सेवा समिति उपाध्यक्ष संजय जैन व दीपक सराठे , राजेश भवरे ने सेवा समिति द्वारा आयोजित कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित शहीद दिवस के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने देश के लिए खुद को कुर्बान कर दिया। उनकी कुर्बानी को हमेशा याद किया जाएगा। जब-जब देश की रक्षा और संप्रभुता को शिखर पर पहुंचाने वालों की चर्चा होगी, तब-तब ये वीर शहीद हमें याद आएंगे। इतिहास में उनका नाम हमेशा-हमेशा स्वर्णाक्षरों से लिखा जाएगा। ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवा समिति द्वारा शहीद ए आजम भगत सिंह सुखदेव राजगुरु की शहादत दिवस को शहीद दिवस के रूप में मनाया गया । समिति के सचिव अमित जैन ने बताया कि इस दौरान समिति द्वारा शहीदे आजम भगत सिंह जी को स्नान कराने के पश्चात माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । इस अवसर पर सेवा समिति उपाध्यक्ष अशोक जैन ,स्वामी विवेकानंद अकादमी उपाध्यक्ष आकाष रघुवंशी, घनश्याम गोस्वामी, दुर्गाप्रसाद विश्वकर्मा, सतेन्द्र जैन, कृष्णकुमार नवीक, राहुल रघुवंशी ,अरूण बागद्रे, अंश राय सहित समिति के पदाधिकारी सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।