सतेंद्र जोशी रायसेन
रायसेन। अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर मध्य प्रदेश विद्युत मंडल पत्रोपाधी अभियंता संघ के इंजीनियर कर्मचारियों ने आज बिजली वितरण कंपनी कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए आंदोलन की राह पकड़ ली। कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा है कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो आने वाले समय में सभी इंजीनियर संघ काम बंद हड़ताल करेंगे।
बिजली वितरण कंपनी के इंजीनियरों ने आज अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन की राह पकड़ ली। इन कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा है कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो 25 अक्टूबर 2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
मध्य प्रदेश बिजली कंपनियों में कार्यरत जूनियर एवं सहायक इंजीनियरों के एकमात्र संगठन मध्य प्रदेश विद्युत मंडल पत्रोपाधि अभियंता संघ द्वारा सात सूत्रीय मांगों को लेकर आज से आंदोलन पर हैं। आज समस्त इंजीनियर ने बिजली वितरण कंपनी के कार्यालय पर उपस्थित होकर आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। इसके तहत पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर जूनियर, सहायक इंजीनियर, एकत्रित होकर मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर अधीक्षण यंत्री को प्रमुख सचिव के नाम ज्ञापन दे रहे हैं। इसी क्रम में रायसेन में भी ज्ञापन दिया गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रांतीय विधि सचिव केके आर्य तथा प्रांतीय महासचिव इंजीनियर जीके वैष्णव द्वारा संयुक्त प्रेस व्यक्ति में बताया गया थाकि संपूर्ण प्रदेश में लगभग 3500 सहायक इंजीनियर द्वारा वर्षों से पदोन्नति करंट चार्ज की मांग करते आ रहे हैं। तथा जूनियर इंजीनियर को पदोन्नति के लिए 40% कोटा के तहत लगभग 700 पद रिक्त हैं। वहीं दूसरी ओर शासन इन रिक्त पदों पर नवीन सहायक इंजीनियरों की भर्ती करने जा रहा है। जिसका संघ ने विरोध किया है। संघ ने 7 सूत्रीय मांग पत्र देकर आंदोलन का नोटिस दिया है। जिसमें प्रमुख रूप से सहायक यंत्री के रिक्त पदों पर कनिष्ठ यंत्रीयों को पदोन्नति करंट चार्ज दिया जाए। कार्यपालन यंत्री के रिक्त पदों पर सहायक यंत्री को वरीयता अनुसार करंट चार्ज पदोन्नति दी जाए। 2018 के पश्चात भर्ती कनिष्ठ यंत्रीयों को समान वेतन एवं ग्रेड पे दिया जाए। सहायक यंत्री की नवीन भर्ती पर रोक लगाई जावे। तथा नई भर्ती कनिष्ठ यंत्री के पद पर की जावे। कनिष्ठ सहायक यंत्री को जारी कारणों का चार्ज शीट समाप्त किए जाने तथा प्रताड़ना पर रोक लगाई जावे। कनिष्ठ सहायक यंत्रीयों के विरुद्ध धारा 304 ए के तहत प्रकरण दर्ज करने पर रोक लगाई जाए। हाल ही के दिनों में प्रमुख सचिव ऊर्जा द्वारा बिना सोचे समझे अधिकारियों कर्मचारियों के विरुद्ध 304-a में प्रकरण दर्ज करने बाबत बैठक में निर्देश दिए गए हैं। जिससे सभी इंजीनियरों में आक्रोश व्याप्त है। क्योंकि फील्ड में प्रशिक्षित स्टाफ की कमी है। तथा वर्षों से लाइनमैन की भी भर्ती नहीं की जा रही है। इन के पद रिक्त हैं तथा अप्रशिक्षित आउट सोर्स कर्मियों से काम लेना होता है। ऐसे में विद्युत दुर्घटना घटित होने पर कंपनी प्रशासन जिम्मेदार है, ना कि कनिष्ठ सहायक यंत्री। संघ के जोनल सचिव अरविंद सिकरवार ने बताया कि प्रांत व्यापी आंदोलन के तहत यदि 15 सितंबर को हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो 23 सितंबर को मुख्य अभियंता स्तर पर प्रदर्शन ज्ञापन दिया जाएगा। इसके पश्चात 10 अक्टूबर 22 को कंपनी मुख्यालय पर सभा एवं एमडी को ज्ञापन दिया जाएगा। दिनांक 14 अक्टूबर 22 से 18 अक्टूबर 22 तक वर्क टू रूल तथा 21 अक्टूबर 22 को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया जावेगा। यदि फिर भी मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो 25 अक्टूबर 22 दीपावली पश्चात अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से अशोक जैन, बीके श्रीवास्तव, आशीष शर्मा, बीवी तिवारी, ओपी ठाकुर, संजय पटेल, राहुल चौबे, मनोज जायसवाल, मनीष श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।