सुनील सोन्हिया द्वारा लिया गया साक्षात्कार
संगीत दो तरह के हैं एक संगीत जिसे पैदा करने के लिए हमें स्वर उठाने पड़ते हैं शब्द जगाने पड़ते हैं ध्वनि पैदा करनी पड़ती है अर्थात जैसे मैं ताली बजाओ तो आवाज पैदा होगी वह दो तालियों के बीच जो घर्षण पैदा होता है वह संघर्ष होगा उससे आवाज पैदा होगी तो हमारा जो संगीत है जिससे हम परिचित हैं पर संगीत संघर्ष का संगीत है चाहे होंठ से होंठ टकराए चाहे कंठ के भीतर मांसपेशियां टकराती हो चाहे मेरे मुंह से निकलती हुई वायु का धक्का आगे की वायु से टकराता है लेकिन टकराहट से पैदा होता है।
संगीत यह कहना है वर्षों के संघर्ष से बने गायक गीतकार एवं अभिनेता संदीप कुलश्रेष्ठ उर्फ सैंडी का हमारे सांस्कृतिक प्रतिनिधि सुनील सोन्हिया ने मुम्बई में संदीप कुलश्रेष्ठ उर्फ सैंडी के म्यूजिक एल्बम स्टाइल मार दी के लॉन्चिंग के अवसर पर लिया गया विशेष साक्षात्कार के प्रमुख अंश सैंडी ने बताया कि आगरा में मेरा जन्म हुआ था फिर उसके बाद पास ही में फिरोजाबाद में परिवार शिफ्ट हो गया था पढ़ाई मैंने फिरोजाबाद से की थी और एम ए हिस्ट्री में मैंने मुंबई यूनिवर्सिटी से किया।
म्यूजिक सुनने और गाने का बचपन से शौक था स्कूल से आकर बच्चे घर में खेलते थे लेकिन मैं घर पर आकर टेप रिकॉर्ड और रिकॉर्ड प्लेयर बजाता था और गाने सुनता था मेरे पेरेंट्स ने बहुत साथ दिया स्कूल के फंक्शन में गाता था दिल्ली पढ़ने गया था तो वहां पर रंगमंच से जुड़ गया , कुछ प्ले किए फिर 1990 में मुंबई आ गया और राम गोपाल वर्मा की फिल्म जंगल में मुझे काम मिला मां की तबीयत खराब हो गई थी शूटिंग छोड़कर घर वापस चला गया मेरे फादर ने मुझे कभी नहीं रोका उन्होंने कहा जो तुम्हें अच्छा लगे वही करना वैसे मेरे पिताजी मुझे इंजीनियर बनाना चाहते थे मगर मेरी रुचि म्यूजिक में होने के कारण मैं इस लाइन को पकड़ा फिर वापस मुम्बई आया और सुरेश वाडेकर की म्यूजिक अकैडमी मैं संगीत सीखा वहां पर राहुल वैद्य और भी लोग मेरे साथ थे फिर कुछ व्यक्तिगत कारणों से मैंने म्यूजिक सीखना बंद कर दिया जिससे मुझे काफी नुकसान हुआ लेकिन मैने गाना गाना चालू रखा जगजीत सिंह, रफी साहब, लता मंगेशकर ,येसुदास,और सुखविंदर सिंह का जबरदस्त हूं विदेशी गायको में एल्विस प्रेसली और रॉबी विलियम्स मेरे पसंदीदा गायक है पंजाबी गायकों में गुरदास मान और दलेर मेहंदी जी सुखविंदर सिंह से मैं बहुत इंस्पायरर हूं उनकी प्रेरणा से ही मैंने पंजाबी सॉन्ग लिखा क्योंकि पंजाबी गानों का मार्केट हमेशा से ही अच्छा चल रहा है है अपना प्रोडक्शन हाउस ओपन किया और शॉर्ट फिल्म बनाना शुरू किया एक इंग्लिश फिल्म बनाई जिसमें नसरुद्दीन शाह का भतीजा मेजर मोहम्मद अली शाह हीरो था इस फिल्म को बेस्ट सिनेमैटोग्राफी का जीफा अवार्ड मिला
मैंने जो एल्बम सॉन्ग स्टाइल मार दी लिखा है उसे संगीतबद्ध सुदीप जेना ने किया है जो कि मल्टी टैलेंटेड है गाना टिक टॉक की न्यू जनरेशन के लिए बनाया था मगर बीच में टिकटॉक बंद हो गया इसलिए गाने को चेंज करके रेप भी डाला है जिसे पल्लवी राय ने गाया है
,गाना बनाने के बाद बहुत सारी म्यूजिक कंपनी के चक्कर काटे मगर बात नहीं बनी फिर बी फॉर यू मिला तब जाकर बात बनी गाना 15 जुलाई को रिलीज हो गया है लिया मेरा यह सॉन्ग शादियों में बहुत बज रहा है क्योंकि यह गाना वेस्टर्न और इंडियन म्यूजिक का सीजन है इस वीडियो को मैने डायरेक्ट किया है
निर्देशन क्षेत्र में कैसे आया तो मकरंद देशपांडे सत्यदेव दुबे जैसे वरिष्ठ रंगकर्मी यों के साथ मैंने काम किया है निर्माता-निर्देशक राम गोपाल वर्मा से बहुत कुछ सीखने को मिला है पुराने निर्देशकों में गुरुदत्त जी से बहुत इंस्पायर हूं स्टोरीस्क्रीन प्ले की बात करें तो सत्यजीत रै से बहुत इंस्पायर हूं कोविद के समय दो साल ऑन लाइन सिंगिंग की ऑनलाइन सिंगिंग ने पूरी दुनिया में मेरे फेन बना दिए हैं यूएसए, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, कनाडा, यूरोप, साउथ अफ्रीका, यूएई फिर कुछ और फिल्मों में काम किया फ़िल्म लव के लिए कुछ भी करेगा जॉनी लीवर जी के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कुछ टीवी सीरियल भी किए मै सभी सिंगर के गाने गाता हूं विशेषकर किशोर कुमार, रफ़ी साहब, मुकेश जी के गानों को अपनी आवाज देना मेरे लिए बहुत ही गौरव की बात है इतने वर्षों के संघर्ष के बाद अब सफलता मिली है