सुनील सोन्हिया की रिपोर्ट
भोपाल।एक निजी होटल में द नेशनल सिनेवर्कर्स यूनियन मध्यप्रदेश (NCWU MP) प्रदेश कार्यकारिणी की त्रैमासिक बैठक संगठन की वरिष्ठ सलाहकार मीनू सिंह भदौरिया की अध्यक्षता व संगठन मंत्री तारिक मिर्ज़ा जी के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुई।जिसमें संगठन के पदाधिकारियों ने संगठन की कार्य प्रणाली व भावी स्वरूप पर विस्तार पूर्वक परिचर्चा की । कार्यक्रम की शुरुआत संगठन के सभी पदाधिकारियों के परिचय से हुई । कार्यकारिणी के सदस्यों ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए अपने अपने सुझाव दिए। सभी पदाधिकारियों को संगठन के नियम एवं आचार संहिता का अनुपालन करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।प्रांतीय महासचिव मनीष श्रीवास्तव ने संगठन की गतिविधियों को सुचारू से संचालन करने हेतु आय के स्रोत बढ़ाने के लिए संगठन का सदस्यता अभियान चलाने की बात रखी।सभी से अपील करते हुए कहा कि संगठन में हमें जो भी जिम्मेदारी दी गई है उसका अनुपालन हम पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी के साथ करें। आठ पदाधिकारियों की एक कोर कमेटी बनाई जाए जो कि मध्यप्रदेश शासन के समक्ष अपनी प्रस्तावित मांगो को रखे व संभाग स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में अपनी बात रखे।संगठन की प्रांतीय सचिव आरती शर्मा ने संगठन में एकता और भाईचारा बनाए रखने व नए सदस्यों को जोड़ने पर विचार रखे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष गजानन्द भाटिया ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा संगठन में ईमानदारी व निष्ठा भाव से काम करने वाले पदाधिकारियों को समुचित सम्मान मिले साथ ही सप्ताह में किसी न किसी माध्यम से सामूहिक परिचर्चा अवश्य हो।ताकि सकारात्मक वार्तालाप होता रहे। यदि हमारा संगठन सिने वर्कर्स के हितों में ईमानदारी से कार्य करेगा तो सभी आर्टिस्टस हमारे संगठन से जुड़ने के लिए स्वप्रेरित होंगे। प्रांतीय उपाध्यक्ष अर्चना सिंह ने बताया कि संगठन में सभी की भूमिका तय होनी चाहिए ,सभी को यह एहसास होना चाहिए उसे उस पद के लिए क्या जिम्मेदारी दी गई है। यदि पदाधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के लगातार तीन मीटिंग्स में अनुपस्थित रहता है तो उससे जिम्मेदारी वापस लेने की भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।संगठन में अनुशासन अतिआवश्यक है। कार्यकारिणी की वरिष्ठ सदस्य सुनीता शंखधर ने बताया कि हमारे संगठन के माध्यम से कार्यशाला व फ़िल्म निर्माण के लिए ऑडीशन लिए जाने चाहिए। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आर के दादौरिया ने अपनी बीमारी के दौरान शुभकामनाएं प्रेषित करने वाले सभी साथियों का आभार व्यक्त करते हुए संगठन के राष्ट्रीय महासचिव धाता मिश्रा जी के वक्तव्य को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमे सिनेवर्कर्स के हितों की रक्षा के लिए सर्वप्रथम सदस्यता अभियान चलाना होगा। निर्धारित शुल्क पर सभी सिनेवर्कर्स को संगठन का आर्टिस्ट कार्ड प्रदाय करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिये।इसकी शुरुआत सभी पदाधिकारियों के ऑर्टिस्ट कार्ड अनिवार्य रूप से बनाकर ही करना चाहिए। धरातल पर उतरकर कार्य करने की आवश्यकता है।हैं।हमे अपनी सकारात्मक कार्यशैली से मध्यप्रदेश के आर्टिस्ट में संगठन के प्रति विश्वास हाशिल करना होगा।विशेष आमंत्रित सदस्य सुरेंद्र श्रीवास्तव द्वारा संगठन के माध्यम से फ़िल्म निर्माण करने की बात कही।स्वयम का प्रोडक्शन हाउस बनाने की बात कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही मीनू सिंह भदौरिया ने संगठन की गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालन के लिए आर्थिक सहयोग पर बल देने की बात कही।सभी पदाधिकारियों को 100 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से 1200 रुपये प्रति वर्ष संगठन के खाते में जमा करने की अति आवश्यकता पर बल दिया।सभी को यूनियन का ऑर्टिस्ट कार्ड बनाने के महत्व पर प्रकाश डाला। संगठन के संगठन मंत्री तारिक़ मिर्ज़ा ने एम पी टूरिज्म से फ़िल्म निर्माण हेतु शसन की सब्सिडी का लाभ लेते हुए हमारे संगठन के बैनर तले फ़िल्म निर्माण की बात की।इस संदर्भ में शीघ्र ही मध्यप्रदेश के माननीय कला एवम संस्कृति मंत्री व माननीय मुख्यमंत्री जी से भेंट करने की बात की।कार्यक्रम का संचालन मनीष श्रीवास्तव व आभार गजानन्द भाटिया द्वारा व्यक्त किया गया ।बैठक में मीनू सिंह भदौरिया,आर के दादौरिया, तारीक़ मिर्ज़ा ,आरती शर्मा , गजानन भाटिया , अर्चना सिंह, सुनीता शंखधर ,सुरेंद्र श्रीवास्तव,युसरा मिर्ज़ा,अदा सिंह, व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।