सुरेन्द्र जैन धरसीवा
एक समय था जब 15 अगस्त ओर 26 जनवरी आते ही स्कूली बच्चों में बड़ी उत्सुकता होती थी प्रभात फेरी निकलेगी देशभक्ति के नारे लगाएंगे ओर फिर स्कूल में मिठाई मिलने के बाद छुट्टी लेकिन अब स्वाधीनता दिवस ओर गणतंत्र दिवस की वह पहले जैंसी गांव गांव में गली गली में प्रभात फेरी देशभक्ति के नारों ओर फिर बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम मिष्ठान वितरण की परंपरा अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग खत्म सी होने लगी है ऐंसे में सिलतरा ओधोगिक क्षेत्र की हीरा ग्रुप की गोदावरी इस्पात एंड पावर बच्चो के चेहरों पर मुस्कान लाने में भी पीछे नहीं है हर साल की तरह इस साल भी कंपनी प्रबंधन ने आसपास के गांवो के स्कूलों में हजारों पैकिट मिष्ठान भेजकर बच्चों में वितरित कराए ओर आजादी के अमृत महोत्सव पर उनकी खुशियों को दोगुना कर दिया।
बेंसे तो ओधोगिक क्षेत्र सिलतरा के फेस वन ओर फेस टू में सौ से अधिक छोटी बड़ी ओधोगिक इकाइयां मौजूद हैं लेकिन जनहित में इस्पात गॉदावरी ही अब तक सबसे आगे बढ़कर काम करते दिखाई दी है सिलतरा मांढर टाडा अकोली इन चारों आसपास की ग्राम पंचायतों में समय समय पर जनहित में वह अग्रणी रहते है कोरोना काल मे तो आसपास की आठ ग्राम पंचायतों में सुबह शाम दो दो ढाई ढाई सौ पैकिट भोजन के बनावाकर भेजते रहे ताकि ग्राम पंचायतें उन्हें गांव के जरूरतमंदों तक पहुचाएं ओर कोई भूखा न रहे गांवों को कंपनी की फायर बिर्गेड से सैनेटाइज भी कराया यदि अन्य ओधोगिक इकाइयां भी इस्पात गॉदावरी की तरह स्वयं आगे आकर गांवों में सीएसआर से विकास कराने लगें तो कुछ साल के भीतर ही ओधोगिक क्षेत्र के आसपास के तमाम गांव स्वच्छ सुंदर समस्याओं से मुक्त नजर आएंगे।
चार गांव के स्कूलों में किया मिष्ठान वितरित
गोदावरी पावर एण्ड इस्पात लिमिटेड, सिलतरा द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष की भांति सीएसआर के अंतर्गत ग्राम टांडा, सिलतरा, मांढर एवं अकोली के स्कूलो में छात्र एवं छात्राओं को मिठाई का वितरण किया गया