रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
सेवा भारती विदिशा विभाग द्वारा रायसेन में 6 संस्कार केंद्र प्रारंभ किए गए। संस्कार केंद्र शुभारंभ के अवसर पर रामेन्द्र सिंह ( छ.ग. म.प्र. क्षेत्रीय संगठन मंत्री ) सेवा भारती ने कहा कि सेवा के दो आयाम हैं, दो पक्ष हैं-एक को सेवा और दूसरे को संस्कार के नाम से जाना जाता है । सेवा से आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है और संस्कार से राष्ट्र की संस्कृति की पहचान होती है।यदि राष्ट्र की संस्कृति की पहचान को स्थापित करना है तो हमें सेवा के पथ पर अग्रसर होना होगा। इसलिए समाज के दुर्बल, पीड़ित, वंचित, शोषित समाज की सेवा कर राष्ट्र निर्माण में सभी को योगदान देना चाहिए।
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इस अवसर पर किरण शेजवार (म.प्र. उपाध्यक्ष, सेवा भारती) ने कहा कि सेवा का पथ और संस्कार का पथ पहुंचते एक ही स्थान पर हैं, परंतु दोनों के माध्यमों में गंभीर भिन्नता है। सेवाधर्मी जो कदम अपनी यात्रा के अंतिम चरण पर उठाता है,संस्कारधर्मी वही कदम अपनी यात्रा के प्रथम चरण पर उठा लेता है। सेवा का अर्थ समर्पण है। सेवा का अर्थ स्वयं को परमात्मा के हाथों में सौंप देना है और आज हम सब ने सेवा और संस्कार के पथ को चुना है। सेवा भारती सेवा संगठन है। सेवा का लक्ष्य है- विभिन्न कारणो से वंचित रह गये वर्ग मे स्वाभिमान का संचार कर, उसे स्वावलम्बी बनाना तथा सेवा प्रक्रिया से समाज में सामाजिक समरसता का भाव जागृत करना। नगर में प्रारंभ हुए 6 संस्कार केंद्रों में जो समाज सेवी अर्थदान , समयदान की आहुति दे रहे हैं यह राष्ट्र आराधना के प्रति समर्पण है। कार्यक्रम दीप प्रज्जवलन एवं मां सरस्वती की वंदना से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में बौद्धिक प्रवक्ता के रूप में विमल त्यागी ( मध्य भारत महामंत्री सेवा भारती), गोवर्धन दास (विदिशा विभाग कोषाध्यक्ष सेवा भारती) राजेश भार्गव (समन्वयक, सेवा भारती) ने मार्गदर्शन दिया।इस अवसर पर संस्कार केंद्र हेतु डॉक्टर बी बी गुप्ता, चंद्र मोहन गोयल, नारायण सिंह ( पूर्व उपाध्यक्ष नपा ) प्रताप पटेल, चंद्रशेखर शर्मा, राजकुमार यादव (ताजपुरा) बादामी पटेल, संजय गोहिल, कनछेदी चक्रवर्ती, संतोष यादव( मिर्जापुर), मनोज खत्री ने अर्थदान कर सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में डॉक्टर ए.सी. अग्रवाल, ममता दुबे, हरीश मिश्र, मनोज यादव, संतोष साहू, अमित दुबे, अमित सोनी, दीपक लोधी उपस्थित रहे।