–आगर मालवा में 45 डिग्री तापमान से जनजीवन बेहाल पक्षियों के जीवन पर मंडराया खतरा
शोभरन सिंह
आगर मालवा – गर्मी अपने चरम पर दिखाई दे रही है प्रतिदिन दोपहर के समय पारा 44 से 47 डिग्री तक पहुंच रहा है । गर्मी का जनजीवन पर तो बुरा असर हुआ ही है साथ ही कई पशु- पक्षी भी भीषण गर्मी की चपेट में आने लगे हैं! पिछले तीन-चार दिन में जमुनिया रोड स्थित कमल कुंडी परिसर एवं मोती सागर तालाब किनारे हरे पेड़ों पर जीवित लटकने वाली चमगादड़ भारी मात्रा में दम तोड़ रही है हालात यह है कि चमगादड़ के
पंख गर्मी की वजह से झुलस रहे हैं और उनकी सांसों की डोर टूट रही है, जैसे ही चमगादड़ अचेत होकर जमीन पर गिरते हैं तो शवान चमगादड़ को उठा ले जाते हैं गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही हैं कमल कुंडी के आसपास जितने भी हरे वृक्ष है उन वृक्षों पर वर्षों से चमगादड़ का कब्जा बना हुआ है चमगादड़ की एक खासियत है कि यह पक्षी रात्रि में उड़ता है और दिन में उसी पेड़ पर उल्टा लटका रहता है लेकिन गर्मी के इस दौर में प्रतिदिन सैकड़ों चमगादड़ दम तोड़ रहे हैं जिस तरह किसी पेड़ से फल टपकते हो उसी तरह यहां
दोपहर के समय पेड़ से चमगादड़ गिर रही है वाटर वर्क्स पर तैनात कर्मचारी मरी हुई चमगादड़ को किसी अन्य स्थान पर ले जाकर दफना रहे हैं, मोती सागर तालाब किनारे एवं कमल कुंडी के आसपास के पेड़ों पर बड़ी संख्या में चमगादड़ का डेरा रहता है और भीषण गर्मी प्रतिदिन भारी मात्रा में चमगादड़ दम तोड़ रहे हैं!
सन एवं हीट स्ट्रोक के कारण पेड़ो गिर रही हैं चमगादड़..
– इन दिनों मौसम में गर्मी अधिक होने के कारण पक्षियों को हीट स्ट्रोक पड़ने के कारण कई बार जान से हाथ धोना पड़ रहा है आगर मालवा के पेड़ से गिर रही चमगादड़ ओं के मामले में भी स्थानीय वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ अरविंद महाजन ने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण तापमान 45 से 47 डिग्री के बीच चल रहा है। यह बीट रात में विचरण करने वाले स्तनधारी पक्षी होते हैं जिन्हें अपने काली त्वचा होने के कारण यह ज्यादा गर्मी नहीं झेल पाते ओर सन स्ट्रोक एवं हीट स्ट्रोक के कारण यह धूप में पेड़ों से नीचे गिर जाते हैं जिससे कई बार ने हेड इंजरी होने और हीट स्ट्रोक होने के कारण उनकी मौत हो जाती है मौजूदा हालात तेज गर्मी के कारण ही सामने दिख रहे हैं। वहीं स्थानीय नागरिक भी अचानक पेड़ों से गिरने वाली चमगादड़ों के हाल देखकर यही कह रहे हैं इस साल भीषण गर्मी के कारण इस प्रकार के हादसे देखने को मिल रहे है।
बाइट- डॉ अरविंद महाजन,वरिष्ठ पशु चिकित्सक,आगर मालवा मप्र