सहरिया क्रांति की जंग लाई रंग
शिवपुरी। जिले के खनियाधाना थाना क्षेत्र में हाल ही में एक शर्मनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। एक बुजुर्ग आदिवासी रामचरण के साथ खनियाधाना थाना के सहायक उप निरीक्षक प्रकाश कौरव द्वारा मारपीट और जातिसूचक अपमान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, प्रशासन पर दबाव बढ़ गया । सहरिया क्रांति के मुखर विरोध के बाद पुलिस अधीक्षक ने सहायक उप निरीक्षक (सउनि) प्रकाश कौरव को तत्काल प्रभाव से आज निलंबित कर दिया है।MPTODAY NEWS ने इस खबर को पुरजोर तरीके से उठाया था।
पुलिस अधिकारियों ने माना कि थाना खनियाधाना में पदस्थ सउनि प्रकाश कौरव का एक बुजुर्ग आदिवासी के साथ गाली-गलौच और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए वीडियो सामने आने पर पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई है। इस कृत्य को सेवा नियमों का उल्लंघन मानते हुए सउनि को तत्काल निलंबित कर दिया गया और एसडीओपी पिछोर को प्राथमिक जांच के लिए निर्देशित किया गया है।
इस घटना से क्षेत्र में सहरिया आदिवासियों के प्रति पुलिस की बर्बरता का मामला फिर से सुर्खियों में आ गया था । बुजुर्ग आदिवासी रामचरण पुत्र जुरौआ निवासी बुकर्रा के साथ हुए इस दुर्व्यवहार ने आदिवासी समुदाय में आक्रोश का माहौल बना दिया ।
सहरिया क्रांति के संयोजक और वरिष्ठ पत्रकार संजय बेचैन ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुये कार्यवाही की मांग की थी और उन्होंने कहा कि यह घटना आदिवासियों के प्रति पुलिस की बढ़ती बर्बरता का जीता-जागता उदाहरण है। उन्होने कहा था कि आरोपी के विरुद्धपुलिस प्राथमिकी दर्ज की जाए वरना 24घंटे बाद विशाल आंदोलन होगा। संजय बेचैन के अल्टीमेटम के बाद अधिकारी हरकत में आए ।
संजय बेचैन ने प्रशासन से अपील की पिछोर अनुविभाग में दबंगों के कहने पर आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएँ आम हो गई हैं, जो सामाजिक न्याय और मानवाधिकार के सिद्धांतों के खिलाफ है। इस घटना ने पुलिस और आदिवासी समुदाय के बीच के विश्वास को गहरा झटका दिया है। प्रशासन की चुनौती है कि वह इस मामले को सही ढंग से निपटाए, ताकि क्षेत्र में शांति और सद्भाव कायम रह सके। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हो सकें।