भोपाल।44 साल से सऊदी अरब (मक्का) में हाजियों की खिदमत कर रहे राजधानीवासी अबरार भाई(85) नहीं रहे। उनका गुरूवार को मक्का शहर में इंतेकाल हो गया। मरहूम को वहीं सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। उनकी निधन की खबर के बाद राजधानी के उलमाओं और सियासी तथा सामजिक संगठनों के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। अवरार भाई पिछले 44 साल से मक्का शहर में भोपाल नबाव द्वारा बनाई गई रूबात(ठहरने का स्थान) की देख-रेख कर रहे थे। भोपाल की पूर्व रियासत भोपाल,सीहोर और रायसेन के हाजियों को यहां हज के दौरान रिहाईश दी जाती है। मरहूम का परिवार राजधानी के खानू गांव में ही रहता है। जबकि उनका एक बेटा इरफान मक्का में ही रूबात का काम देखते है।