रिपोर्ट धीरज जॉनसन,दमोह
दमोह शहर से लगभग 27 किमी दूर जबलपुर की ओर जाने वाले स्टेट हाइवे के निकट जबेरा के अंतर्गत आने वाला ग्राम छोटी देवरी विकास और परिवर्तन की बाट जोह रहा है जो अब तक यहां दिखाई नहीं देता है।
लगभग 150 से अधिक की आबादी वाले इस ग्राम में अधिकतर लोग मजदूरी कर जीवन यापन करते है और इनके घर भी कच्चे है यहां सिर्फ एक कुटीर दिखाई देती है पानी के लिए यहां एक हैंडपंप है जिसका पानी भी गर्मी के समय कम हो जाता है वैसे तो यहां नल जल योजना की पाईप लाईन दिखाई देती है पर अभी तक पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं हुई है।
पंचम,गुड्डा,रानी बाई ने बताया कि यहां 50 से अधिक घर है जिनमें से अधिकतर कच्चे बने हुए है बरसात में पानी भर जाता है तो गर्मी के मौसम में पानी कम हो जाता है। यहां स्कूल,आंगनबाड़ी, सामुदायिक भवन भी नहीं है जिससे कोई कार्यक्रम भी नहीं कर सकते। छोटे बच्चों का स्कूल सड़क के दूसरी तरफ है इसलिए दुर्घटना के भय से बच्चे स्कूल नहीं जाते है। जनप्रतिनिधि आते है हम उन्हें समस्या बताते है पर सिर्फ आश्वासन मिलता है कई साल बीत गए पर बदलाव नहीं हुआ। इस संबंध में सरपंच अमित जैन का कहना था कि पाइप लाइन अधूरी है जिसके लिए आवेदन दिया है। आवास के लिए लिस्ट में नाम आ गए है। यहां कोई भवन नहीं है जिसके लिए प्रयास कर रहे है। सड़क के दूसरी ओर स्कूल हैं इसलिए बहुत कम बच्चे स्कूल जाते है।