– शिवपुरी में शिक्षा विभाग के अधिकारी आपस में लड़े
– सरकारी व्यवस्था की खुल गई पोल
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में राज्य शिक्षा केंद्र के कार्यालय में डीपीसी और बीआरसी में विवाद हो गया। उसके बाद इन दोनों अधिकारियों में मारपीट हो गई। सरकारी कार्यालय में मारपीट की इस घटना सरकारी व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। शिक्षा विभाग के दोनों अधिकारियों ने सारी मर्यादा लांधकर डीपीसी कार्यालय में ही एक दूसरे की मारपीट कर दी। मारपीट का यह मामला अब कोतवाली पुलिस थाने में पहुंच गया है और दोनों ने ही एक दूसरे की शिकायत दर्ज कराई है।
दोनों ने एक दूसरे पर लगाए आरोप, पुलिस में की शिकायत-
शिवपुरी जिला मुख्यालय पर राज्य शिक्षा केंद्र कार्यालय में हुई इस मारपीट के बाद डीपीसी अशोक त्रिपाठी ने बताया कि कुछ रिपोर्ट भोपाल भेजनी थी। इसी के संबंध में शिवपुरी बीआरसीसी बाल कृष्ण ओझा को फोन लगाया गया था लेकिन उनका फोन बंद आ रहा था। इसके बाद बीआरसीसी बाल कृष्ण ओझा के कम्प्यूटर ऑपरेटर हेमंत को फोन लगाकर बीआरसीसी से बात कराने की बात कही गई थी। इस बातचीत से नाराज होकर सोमवार दोपहर बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा डीपीसी कार्यालय पहुंचे और गालीगलौच करने लगे। डीपीसी अशोक त्रिपाठी ने बताया में विवाद को टालने के लिए आधा घंटे के लिए बाहर चला गया था। करीब आधा घंटे बाद जब में कार्यालय पहुंचा तो बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा द्वारा मेरे साथ मारपीट कर दी गई। डीपीसी अशोक त्रिपाठी का कहना है कि बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा योजनाबद्ध तरीके से अपने कुछ साथियों के साथ आए थे।
डीपीसी पर लगाए गाली देने के आरोप-
वहीं दूसरी ओर बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा ने डीपीसी अशोक त्रिपाठी पर आरोप लगाते हुए कहां कि डीपीसी के द्वारा कभी भी दबाव बनाने के लिए गाली गलौज कर दी जाती है। मेरे कार्यालय के एक कर्मचारी से डीपीसी ने गाली गलौज करते हुए फोन पर बात की थी, इससे पूर्व में भी डीपीसी फोन पर गाली गलौज कर चुके हैं जिसकी ऑडियो क्लिप मेरे पास है उक्त ऑडियो में डीपीसी के द्वारा मुझे नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है। बीआरसी ने कहा कि मैं जब कार्यालय गया तो वहां पर डीपीसी ने मेरे गाल पर चांटा मारते हुए कहा कि मैं ऐसे ही गालियां दूंगा तुम्हें जो अच्छा लगे वह कर लेना।