मैथिल ओझा समाज की महिला समाज सेवियों ने पक्षियों के लिए पानी के सकोरे रख वन्य प्राणी संरक्षण का संदेश दिया
गुना से अरविंद गौड़ की रिपोर्ट
गुना जिले में मैथिल ओझा समाज की महिलाओं ने अनूठी पहल शुरू की है जहां गुना शहर में पानी नहीं मिलने के कारण पक्षी दिखना कम हो गए हैं वही इस और ध्यान देते हुए समाज की महिलाओं ने पक्षियों के लिए पानी के सकोरे विभिन्न कॉलोनी के घरों में रखवाए साथ ही जनसंपर्क कर लोगों से आग्रह किया कि वह रोज सकोरे में पक्षियों के लिए दाना और पानी अवश्य रखें । ओझा समाज की महिलाएं इस तरह के कल्याणकारी कार्य आए दिन करती रहती हैं इसी क्रम में भीषण गर्मी में उन्होंने जानवरों का ख्याल रखते हुए सभी समाज जन से अपील की है कि सभी अपने अपने सामर्थ्य अनुसार अपने आसपास व सार्वजनिक स्थानों पर पक्षियों के लिए व अन्य जानवरों के लिए पानी की व्यवस्था अवश्य करें। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रही समाजसेवी श्रीमती रजनी ओझा ने बताया कि वर्तमान पर्यावरण की विकट स्थिति को देखते हुए समाज के हर व्यक्ति को जागरूक होना पड़ेगा और इस दिशा में एकजुट होकर कार्य करना होगा, हम लोग पहले भी समाज कल्याण के कार्य करते आये हैं और आगे भी समाज उत्थान एवं पर्यावरण संरक्षण एवं वन्य प्राणी संरक्षण के कार्य करते रहेंगे। कार्यक्रम मे अनेक संख्या में समाज की गणमान्य महिलाएं जिनमें सरिता मथुरिया, सुनीता झा, लक्ष्मी सी एम, रितु ओझा, रेखा ओझा, ज्योति ओझा, उमा ओझा, लक्ष्मी ओझा, संतोष ओझा, अनुराधा ओझा, गायत्री ओझा, भावना मथुरिया, सुमन ओझा, संगीता ओपी झा, प्रेरणा ओझा, रानी ओझा, पूजा ओझा, कु. संजना ओझा आदि का विशेष योगदान रहा।