ग्वालियर। अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल से गायब हुए 341 आक्सीजन सिलेंडर शनिवार को अचानक मिल गए। जिन गायब सिलेंडर को पुलिस पिछले 16 महीने में नहीं तलाश कर सकी। उन सिलेंडरों को डाक्टरों के छह सदस्यीय दल ने एक माह में खोज निकाला। जयारोग्य अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर की संख्या 651 पूरी हो गई। इसकी जांच रिपोर्ट पुलिस थाना से लेकर भोपाल तक भेज दी गई है, लेकिन इस जांच के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो गए। जिनका जवाब शायद जेएएच प्रबंधन के पास भी नहीं है, क्योंकि जेएएच प्रबंधन द्वारा पूर्व में विधानसभा में लगे सवालों के जवाब में जो सिलेंडर की संख्या बताई, उससे यह मेल नहीं खाती। इससे कमेटी द्वारा की गई जांच व जांच रिपोर्ट कठघरे में खड़ी हो गई।
जांच रिपोर्ट के अनुसार
जेएएच अधीक्षक डा़ आरकेएस धाकड़ द्वारा 7 जुलाई 2022 को 6 सदस्यीय दल गठित किया। जिसमें एनीस्थीसिया विभागाध्यक्ष डा प्रीति गोयल की अध्यक्षता में जांच शुरू हुई। इस दल में डा़ देवेन्द्र कुशवाह, डा़ आदित्य श्रीवास्तव, डा़ अनुराग चौहान, डा़ अनिल मेवाफरोस, एओ विजय गर्ग शामिल हुए थे। नौ महीने चली जांच में एक-एक वार्ड, एंबुलेंस और सप्लायर्स के वाउचर की जांच में यह गड़बड़ी पकड़ी, डा अनिल ससत्या की टीम ने भौतिक रूप से इन सिलेंडरों का सत्यापन कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इन स्थानों से मिले गायब सिलेंडर
जेएएच प्रबंधन का कहना है कि गायब 341 सिलेंडर में से 12 सिलेंडर पत्थर वाली बिल्डिंग, केआरएच व एंबुलेंस से मिले। बाकी 329 सिलेंडर में से सवा सौ सिलेंडर जेएएच में सप्लाई देने वाली फर्म से मिले। इधर शिवा इंटरप्राइजेज वाले सवा सौ नहीं दो चार सिलेंडर ही दिए होंगे। वहीं शुभम इंटरनेशनल के संचालक आशीष का कहना है कि उन्होंने 12 सिलेंडर दिए हैं। जबकि अन्नपूर्णा कंपनी के संचालक आकाश ने कहा एक भी नहीं दिया, तो 341 सिलेंडर कहां से मिले ।
प्रबंधन का कहना : जेएएच के पास कुल 651 सिलेंडर 2020 में उपलब्ध थे। कोरोना की पहली व दूसरी लहर में 341 सिलेंडर चोरी गए जिसकी शिकायत 10 दिसंबर 2021 को कंपू थाने में दर्ज कराई गई। जेएएच प्रबंधन के पास 310 सिलेंडर ही बाकी बचे थे। गुम हुए सिलेंडर मिलने के बाद अब पूर्व की तरह 651 सिलेंडर पूरे हो गए। द्यसवाल: कंपू थाने में शिकायत के 17 दिन बाद 28 दिसंबर 2021 को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 275 सिलेंडर जेएएच को उपलब्ध कराए गए। जेएएच के पास पहले से 310 सिलेंडर मौजूद थे और 275 मिलने पर कुल सिलेंडरों की संख्या 585 हो गई। अब यदि गुम हुए 341 सिलेंडर मिल चुके हैं तो जेएएच के पास सिलेंडरों की संख्या 926 होना चाहिए थी जो नहीं है। अब बाकी के 275 सिलेंडर का झोल अब भी हैं।
विधानसभा में यह भेजी थी जानकारी
लश्कर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने विधानसभा में सिलेंडर चोरी, बरामदगी, उपलब्धता पर प्रश्न लगाया था। जिसके जवाब में जेएएच प्रबंधन द्वारा जो जानकारी दी वह इस प्रकार थी।
– 1 जनवरी 2020 को 85 सिलेंडर किचन में थे।
– 27 जून 2020 को 200 सिलेंडर सीएमएचओ से मिले।
– 16 जुलाई 2020 को 102 सिलेंडर सीएमएचओ से मिले।
– 17 अगस्त 2020 को 100 सिलेंडर सीएमएचओ से मिले।
– 28 दिसंबर 2021 को 275 सिलेंडर सीएमएचओ से मिले।
– 20 सिलेंडर रोटरी क्लब से दान में मिले।
नोट: कुल डी टाइप सिलेंडर की संख्या 782 थी। इनमें से 155 सिलेंडर सिविल सर्जन, संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक टीकमगढ़ को गए तो जेएएच के पास कुल संख्या 627 बची थी। जिसमें से 150 सिलेंडर गुम हुए तब वर्तमान में 477 डी-टाइप सिलेंडर की उपलब्धता जेएएच के पास थी। इसके अलावा 138 बी टाइप , 41 ए टाइप सिलेंडर वर्तमान में उपलब्ध हैं। इस तरह की रिपोर्ट विधानसभा में दी गई थी।
सिलेंडर अचानक से मिल गए अच्छी बात है, मैं जांच रिपोर्ट की अलग से कमेटी गठित कर जांच कराऊंगा और जो सिलेंडर मिले हैं उनका भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। विधानसभा में जो जानकारी भेजी उससे भी मिलान करेंगे।
दीपक सिंह, संभागायुक्त
जेएएच से जांच रिपोर्ट मिली है जिसमें उन्होंने गायब हुए सिलेंडर मिलने की बात कही है। साथ ही शिकायत पर जांच बंद करने के लिए भी आवेदन दिया है। –
दीपक यादव , थाना प्रभारी कंपू
गायब हुए 341 सिलेंडर, मिल चुके हैं, 12 सिलेंडर जेएएच में मिले, सवा सौ सिलेंडर जेएएच के सप्लायर पर मिल, और बाकी के अन्य सप्लायर्स पर मिले हैं। यह जांच रिपोर्ट पुलिस थाना से लेकर संभागायुक्त, भोपाल शासन स्तर तक भेज दी गई है। सिलेंडर के आंकड़ों में अंतर आ रहा यह मुझे नहीं पता।
डा केपी रंजन, जनसंपर्क अधिकारी जयारोग्य अस्पताल
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