धीरज जॉनसन दमोह
दमोह जिले के ग्रामीण अंचलों के स्कूल में शिक्षकों की अनुपस्थिति औऱ देर से पहुंचने व समय से पहले विद्यालय बंद होने के मामले अक्सर सामने आते रहे है जिसका असर भविष्य में विद्यार्थियों के पटल पर परिलक्षित हो सकता है।
शुक्रवार को ऐसे पांच मामले सामने आए जिसमें 3 प्राथमिक स्कूल दोपहर से ही बंद मिले, तो 2 स्कूल में एक- एक शिक्षक अनुपस्थित था। ग्रामीणों का तो यह भी कहना था कि ऐसी ही स्थिति यहां बनी रहती है।
विकास खंड पथरिया के सगौनी खुर्द एवं कनारी की प्राथमिक शाला औऱ शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला सेमरा लोधी दोपहर को बंद पाये गए तो सगौनी कला के एक सरकारी स्कूल जिसमें 58 बच्चें रजिस्टर में दर्ज है पर 13 बच्चे ही उपस्थित थे यहां दो शिक्षक पदस्थ है उनमें से एक शाला में नहीं थे शिक्षक हरगोविंद ने बताया कि बच्चों को पिछले वर्ष की ड्रेस मिली पर इस वर्ष की ड्रेस नहीं मिली। यहां के एक शिक्षक जीवनलाल अनुपस्थित थे। तो सगौनी खुर्द के
माध्यमिक स्कूल में छठवीं,सातवी औऱ आठवी कक्षा के छात्रों को एक ही कक्षा में अतिथि शिक्षक पढ़ा रहे थे और नियमित शिक्षक अनुपस्थित थे। यहां प्रवेशित बच्चों की संख्या 26 है पर 13 बच्चे उपस्थित थे सबसे बड़े आश्चर्य की बात तो यह कि तीनों कक्षाओं के बच्चे एक ही कमरे में बैठे थे और शिक्षक प्रदीप पढ़ा रहे थे। व वीरेंद्र अनुपस्थित थे।
सरकारी स्कूल में शिक्षकों की अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही सामने तो आती रहती है जो छात्रों के भविष्य से एक तरह का खिलवाड़ भी प्रतीत होती है जिसके लिए शिक्षा विभाग कड़े कदम तो उठाती होगी पर लगता है कदम को आहिस्ता-आहिस्ता रख देती होगी।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन