रायसेन। मार्गशीर्ष शुक्ल मोक्षदा एकादशी को संस्कृत भारती रायसेन द्वारा अर्थ आई टी आई रायसेन में गीता जयंती मनाई गई, जिसमें श्री नरेश चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की,मुख्य अतिथि के रुप में श्री दौलत सिंह कुशवाहा सेवानिवृत्त संस्कृत शिक्षक,सारस्वत अतिथि के रुप में श्री तोरन सिंह जी विश्वकर्मा
सेवानिवृत्त शिक्षक श्रीमद्भागवत गीता मर्मज्ञ ने गीता के महत्व पर अपने विचार रखे।उन्होंने कहा कि गीता से ही आत्मा का आत्मकल्याण सम्भव है,इसके अतिरिक्त और कोई उपाय नहीं है।कार्यक्रम का संचालन संस्कृत भारती के जिलाध्यक्ष बृजभूषण तिवारी ने संस्कृत माध्यम में किया।