रायसेन। जिले के लोकसेवा केंद्रों पर आजकल केंद्रों में पदस्थ कर्मचारियो ने लूट-खसौट मचा रखी है। निर्धारित शुल्क से अधिक राशि इन केंद्रों पर बसूली जा रही जे। हालात यह है कि आम आदमी इन लूट खसौट से खासा परेशान है लेकिन लोकसेवा प्रबंधन इन सबसे अनभिज्ञ है।
जानकारी के अनुसार लोकसेवा केंद्र से आय और मूल निवासी आदि प्रमाणपत्र बनवाने के 35 रुपए शुल्क ली जा रही है जबकि 5 रुपए ई गवर्नेस शुल्क मिला कर 40 रुपए निर्धारित किया गया है । जैसा कि वहां एक बेनर लगाया गया है। लेकिन इस निर्धारित शुल्क के अलाबा आमतौर पर 50 रुपए बसूली किये जा रहे है।जबकि कई ग्रामीणों से अन्य दस्तावेज की कमी के नाम पर अतिरिक्त शुल्क आदि के बताकर 100 रुपये बसूला जा रहा है। ऐसा ही एक मामला यहां सामने आया है।जिसमे एक अनुसूचित जाति की महिला से मूल निवासी प्रमाणपत्र बनबाने 100 रुपए मांगे गये। जिसकी शिकायत महिला ने कलेक्टर रायसेन को की है।
कलेक्टर महोदय को दिये आवेदन में महिला ने कहा है कि मैं आवेदिका कविता पत्नी राहुल जाटव आयु वयस्क हाउसिंग बोर्ड कोलोनी रायसेन तहसील व जिला रायसेन म०प्र० की निवासी हूँ।
आज मैं अपने पति के साथ लोक सेवा केन्द्र रायसेन में अपना मूल निवासी प्रमाण पत्र बनवाने हेतु आवेदन पेश किया था जिसमें मुझ आवेदिका से लोक सेवा केन्द्र रायसेन के कर्मचारी धर्मेन्द्र द्वारा 40 रूपये की जगह नियम से विपरीत जाकर 60 रूपये अधिक 100 रूपये शुल्क की माँग की गई।
मैने कहाँ यह फीस से ज्यादा है उन्होंने कहा कि आपके कुछ दस्तावेज कम है, इसलिये अतिरिक्त शुल्क देना ही पडेगा ।
पीड़ित महिला ने आवेदन में कलेक्टर महोदय से आग्रह किया है कि म०प्र० शासन जनता के हित के लिये लोक सेवा प्रबंधन कार्य हेतु इन केन्द्रों का संचालन कर रहा है लेकिन यहा खुले आम निर्धारित शासकीय फीस के अतिरिक्त रिश्वत की मांग की जा रही है और नही देने पर लोगो भगा दिया जाता है, इस संबंध में उचित कार्यवाही करने की कृपा करे ।