आज कथा का विश्राम दिवस
देवेश पाण्डेय सिलवानी रायसेन
सिलवानी तहसील के ग्राम साईखेडा़ श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर पर चल रही सप्तदिवसिय मार्कण्डेय पुराण एवं वायु पुराण कथा के सातवे दिवस कथा व्यास वेदाचार्य पंडित राम क्रपालु शर्मा ने बताया कि दान की बड़ी महिमा है धर्म के लिए किया गया दान सैकड़ों सहित करोड़ों पुण्य की प्राप्ति होती है।अत मानव को धर्म के साथ दान करते रहना चाहिये।

वायु पुराण के प्रथम भाग में वायु देवता द्वारा श्वेतकल्प का वर्णन करते हुए धर्म के भिन्न भिन्न उपदेश किए गए हैं। संभवतः इसीलिए इसे वायु पुराण कहा जाता है। इस भाग में सर्ग (विभाग) आदि का लक्षण विस्तार से बताया गया है। अलग-अलग मन्वंतरों में होने वाले राजवंशों का पूरा वर्णन, गयासुर की कथा का सविस्तार वर्णन, वर्ष के बारह महीनों का महत्व साथ ही माघ महीने (अंग्रेजी महीने के अनुसार फरवरी के आसपास का महीना) की विशेष महिमा और इस महीने के दान धर्म पुण्य आदि कर्मों के विशेष फलों का वर्णन है। पूरे वर्ष में दान पुण्य और धार्मिक कार्यों की उपयोगिता और उनका फल बताया गया है।धरती, आकाश, पाताल सहित दसों दिशाओं में स्थित या गतिमान अधिकारी देवताओं अथवा जीवों के संबंध में विस्तार से बताया गया है और साथ ही इनसे संबंधित व्रत नियम आदि का भी निरूपण किया गया है।आज कथा का विश्राम दिवस हुआ।