उदयपुरा रायसेन। श्री रामचरितमानस विद्यापीठ के तत्वाधान में चल रहे नित सत्संग ,सेवा ,सिमरन, कार्यक्रम अंतर्गत, मानस यात्रा, नगर के सनराइज स्कूल पहुंचने पर आयोजन कर्ता, अमरनाथ छोटे महाराज एवं कमलेश लोधी द्वारा मानस प्रचारक विद्वानों का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया ग्रंथ पूजन पश्चात सत्संग सभा आयोजित की गई ,जिसमें नगर के विद्वान व्याकरण आचार्य पंडित कोमल प्रसाद शास्त्री ,द्वारा सत्संग की व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान श्री राम भक्तों के कल्याण के लिए सब कुछ देते हैं, कुछ भी अदेय,नहीं है ऐसा वि,श्वास हम सब को करना चाहिए, राम नाम के महत्व का संत नारद जी द्वारा गुणगान किया जाता है जो राम नाम सब नामों से बढ़कर है ,और पाप रूपी पक्षियों के समूह के लिए बधक के समान है ,राम की भक्ति पूर्णिमा की रात्रि है ,जिसमें राम नाम यही पूर्ण चंद्रमा और अन्य सब दारागण होकर भक्तों के हृदय रूपी निर्मल आकाश में निवास करते हैं ,संत की वाणी का और इच्छा का श्री राम अनुमोदन करते हैं ,सत्संग सभा में अरण्यकांड में चल रहे श्री राम के पंपापुर की ओर प्रस्थान एवं नारद राम संवाद की व्याख्या करते हुए धर्माधिकारी राजेंद्र प्रसाद शास्त्री ,राम नरेश शास्त्री कुंवर लाल रामायणी ,सुदामा शास्त्री ,योगेश पांडे ,कैलाश दुबे, अमरनाथ छोटे महाराज ,आदि ने बड़ी रोचक एवं अनुपम व्याख्या की गई ,राष्ट्रीय कवि गोविंद गोदानी द्वारा अपना स्वरचित भजन “यह तो राम जी की माहिती कृपा है ,नाम सिमरन का मौका मिला है “प्रस्तुत कर श्रोताओं को भावविभोर किया कार्यक्रम संयोजक एवं संचालक वरिष्ठ अधिवक्ता चतुर नारायण रघुवंशी ने बताया कि नगर के विभिन्न स्थानों में आयोजित होने वाले साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम उत्साह पूर्वक चल रहे हैं ।सभा में सनराइज स्कूल के संचालक परिवार सहित राम रागी श्रोताओं में कन छेदीलाल शेरावत ,अरुण कुमार उदैनिया ,देवेंद्र श्रीवास्तव, वीरेंद्र चौधरी ,दयालु महाराज, छत्रपाल सिंह पटेल ,दीनदयाल लोधी ,परसोत्तम लोधी ,इंद्र कुमार लोधी थाला ,यशवंत सिंह, आकाश परमार ,भूरा भैया लोधी राज प्रताप सिंह संतोष तिवारी, ओम प्रकाश राय ,प्रशांत राजपूत ओंकार सिंह पटेल ,भरत सिंह राजपूत ,प्रताप सिंह राजपूत, रामसिंह डूंगरिया ,महेंद्र सिंह राजपूत ,योगेश साहू ,सुदामा तबला वादक, राजकिशोर कौरव, सुनील वैद्य ,मान सिंह राजपूत, कैलाश नोरिया ,सुरेंद्र जोशी ,हल्के भैया नोरिया सहित विभिन्न ग्रामों से पधारे हुए राम भक्त उपस्थित थे कार्यक्रम का समापन मंगल ग्रंथ आरती एवं प्रसाद के साथ हुआ!